कलेक्टर ने की गोधन न्याय योजना की तैयारियों की समीक्षा
हरेली पर्व के अवसर पर 20 जुलाई को होगा गोधन न्याय योजना का शुभारंभ
गौठान में होगी गोबर की खरीदी
रायपुर-कलेक्टर चन्दन कुमार ने आज हरेली पर्व के अवसर पर 20 जुलाई को शुभारंभ होने वाले गोधन न्याय योजना की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है और इसका क्रियान्वयन गंभीरतापूर्वक एवं मनोयोग से सभी अधिकारी-कर्मचारी को करना है। इसके तहत गोबर के रखरखाव, पंजी का संधारण, तौलने की प्रक्रिया और रिकार्ड का संधारण महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गोबर खरीदने का कार्य गौठान में होगा। इस योजना का मूल उद्देश्य पशुपालकों की आय में वृद्धि करना, जैविक खेती को बढ़ावा देना, रोजगार के नये अवसर तैयार करना और स्व सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाना हैं। साथ ही इससे पशुधन विचरण एवं खुली चराई पर भी काफी हद तक रोक लगायी जा सकती हैं।
कलेक्टर चन्दन कुमार ने कहा कि गौठान समितियों द्वारा उसी पंचायत की गोबर क्रय की जा सकेगी। गौठान में पशुपालक से गोबर का क्रय शासन द्वारा निर्धारित 2 रूपए प्रति किलो ग्राम की दर से किया जाएगा। हितग्राहियों से गोबर ही लिया जाएगा, कन्डा आदि अन्य कोई उत्पाद नहीं लिया जाएगा। गौठान में पशुओं के लिए हरा चारा की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि गोबर को संग्रहित कर रखा जाएगा और 15 से 20 दिन के बाद वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने में उपयोग किया जाएगा। क्रय किए गए गोबर की राशि का भुगतान 15 दिन में गौठान समिति द्वारा हितग्राहियों को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोबर नापने के लिए तराजू का उपयोग किया जाएगा। गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन के किसी भी प्रक्रिया में 18 वर्ष से कम आयु के सदस्य को शामिल नहीं किया जाएगा।
कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायत के सीईओ को गौठान में वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के लिए स्वसहायता समूह का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में गौठानों के लिए नोडल अधिकारियो की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए चिन्हांकित स्वसहायता समूह को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। स्व सहायता समूह द्वारा गौठान में संग्रहित गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जाएगा। स्थानीय मांग एवं आवश्यकतानुसार अन्य उत्पाद भी तैयार किया जाएगा। वर्मी कम्पोस्ट की पैकेजिंग एवं वर्मी कम्पोस्ट के विपणन किया जाएगा। किसानों को गौठानों से वर्मी कम्पोस्ट का सीधा विक्रय नहीं किया जाएगा बल्कि सहकारी समितियों के माध्यम से किया जाएगा। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ नूतन कुमार कंवर, उप संचालक कृषि एवं उप संचालक पशुपालन, सभी जनपद पंचायत के सीईओ, सीएमओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।