गड्ढे खुदवा कर छोड़ दिए, अब अगले साल कराएंगे पौधरोपण
बिलासपुर- कैंपा निधि की डेढ़ करोड़ की राशि से बरसात के पहले जहां पाैधराेपण हाे जाना था वहां पर अभी सिर्फ गड्ढे ही नजर आ रहे हैं। अब वहां वर्ष 2021 के फरवरी-मार्च में पौधरोपण किया जाएगा। दूसरी तरफ अफसर पाैधराेपण में देरी का कारण जमीन विवाद बता रहे हैं जबकि हकीकत में पौधे ही तैयार नहीं हो पाए हैं। बिलासपुर वनमंडल अंतर्गत विभिन्न रेंज में मनरेगा व अन्य योजनाओं से पौधे रोपे जाने थे। बिलासपुर वनमंडल ने दिए गए लक्ष्य के हिसाब से बिलासपुर व तखतपुर समेत अन्य रेंज में पौधरोपण तो किया गया लेकिन मस्तूरी के कुकदा में पौधरोपण नहीं हो पाया। यहां डेढ़ करोड़ की राशि से 1 लाख 10 हजार पौधे बरसात के पहले रोपे जाने थे। वर्तमान में अगस्त का आधा माह बीत चुका है और इस जगह पर अभी सिर्फ गड्ढे नजर आ रहे हैं। विभाग के अफसर न तो पौधे तैयार करा पाएं हैं और न ही प्लांटेशन वाली जगह पर फेंसिंग तार लगवा पाए हैं।
विवाद का बनाया बहाना
“इस जगह पर दो कम्युनिटी के बीच पाैधराेपण वाली जगह पर विवाद की बात थी। जमीन वन विभाग की है और वे दावा कर रहे थे। मामला निपटा लिया गया है और अब हम वर्ष 2021 के फरवरी-मार्च में वहां पाैधराेपण करेंगे। फिलहाल जगह की घेराबंदी करने का निर्देश दिया गया है। डीएफओ से जब पूछा गया कि जब पौधरोपण फरवरी-मार्च में होना है तो गड्ढे अभी क्यों खुदवाए। इस पर उनका कहना था कि इसलिए तो काम रोकने के लिए मना किया।”
– कुमार निशांत, डीएफओ बिलासपुर
देरी का कारण पूछा जाएगा
“मस्तूरी ब्लॉक के कुकदा में समय रहते पौधरोपण क्यों नहीं किया गया। पौधे क्यों तैयार नहीं हुए। विवाद पहले क्यों निपटाए नहीं गए। इसके लिए अफसरों से देरी का कारण पूछा जाएगा और जरूरी कार्रवाई की जाएगी।”
– मनोज पिंगुआ, सचिव, वन विभाग छग शासन