मार्च में शुरुआत, मई में बढ़े केस, जून में रफ्तार जुलाई से फैला कोरोना और अगस्त में मौतें ज्यादा
रायपुर – 26 मार्च को जिले में पहला कोरोना मिला और इस हिसाब से जिले में कोरोना काल के 149 दिन हो गए हैं। चिंताजनक बात यह है कि पिछले 53 से लगातार कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। एक भी दिन राहत का नहीं बीता। जबकि जून महीने में पांच दिन राहत मिली थी। अब जिले में 1217 केस हो गए हैं। अगस्त में बिलासपुर ने सबसे ज्यादा संक्रमण झेला। मौतें भी ज्यादा हुईं। पिछले 127 दिनों में 670 कोरोना पॉजिटिव मिले। यानी औसत की बात करें तो हर दिन पांच मरीज मिले। अगस्त के 22 दिनों में ही 548 मरीज मिल गए हैं। औसत हर दिन 25 लोग कोविड की चपेट में आ रहे हैं। इन्हीं 22 दिनों में कोरोना पीड़ित 10 लोगों की मौत भी हुई है। 26 मार्च को शहर में 64 वर्ष की महिला विदेश से लौटी और पॉजिटिव आते ही जिले में कोरोना की शुुरुआत हो गई। अप्रैल में राहत रही। शुरू के 19 दिन राहत के बाद 20 मई को अचानक पांच केस मिले और पूरे मई में 47 संक्रमित मिले। जून में कोरोना ने रफ्तार पकड़ी। 30 दिन में 133 मरीज मिले। जुलाई महीने में संक्रमण जिले के साथ शहर फैसला शुरू हो गया। जुलाई के 31 दिनों में 489 पॉजिटिव मिले। इन 127 दिनों में जिले में पांच मौतें और 670 संक्रमित मिले। अकेले अगस्त में 548 लोग कोविड की चपेट में आ गए हैं। 10 लोग मरे भी।
शहर में सबसे ज्यादा 24 संक्रमित मिले
शनिवार को 41 नए कोरोना मरीजों को मिलाकर अब जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 1217 पहुंच गई है। 907 लोग कोविड से ठीक हो चुके हैं तो 295 अभी अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है। नए मरीजों में शहर के 24, बिल्हा 11, मस्तूरी तीन, कोटा, तखतपुर और एक मरीज जांजगीर का निवासी है। इधर गोड़पारा निवासी 65 वर्ष के बुजुर्ग की 20 अगस्त को मौत हुई। इसी दिन बुजुर्ग की पत्नी, बहू और पोती के बाद शनिवार को परिवार के तीन सदस्य और संक्रमित हुए। अब तक 7 लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इधर शनिवार को 8 मरीज ठीक भी हुए।