आत्महत्या के मामले में नौवें नंबर पर छत्तीसगढ़, 2019 में आत्महत्या करने वालों की दर में 8.3% की वृद्धि
रायपुर – नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने 2019 की नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर छत्तीसगढ़ में आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। छत्तीसगढ़ में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं। कौशिक ने कहा कि रिपोर्ट से स्पष्ट है कि 2019 में प्रदेश में आत्महत्या करने वालों की दर में 8.3% की वृद्धि हुई है, जो कि पूरे प्रदेश के लिए अफसोसजनक है। 2019 में 7629 लोगों ने आत्महत्या की है, जो पूरे देश में नौवें नंबर पर है। कौशिक ने बताया कि देश के कई प्रदेशों में आत्महत्या की दर पिछले साल के मुकाबले घटे हैं। इनमें गुजरात, हिमाचल, कश्मीर, अरुणाचल, कर्नाटक आदि राज्य हैं। छत्तीसगढ़ जैसे छोटे से प्रदेश में कई बड़े प्रदेशों के मुकाबले आत्महत्या करने वालों की संख्या पिछले साल के मुकाबले बढ़े हैं, जो कांग्रेस शासन से बढ़ती निराशा के कारण है। पूरे देश के आत्महत्या करने वालों का राष्ट्रीय औसत 3.4 प्रतिशत है। जबकि छत्तीसगढ़ में 8.3% की वृद्धि हुई है। कृषक व खेतिहर द्वारा की गई आत्महत्या के मामले में पूरे देश में छत्तीसगढ़ का छठवां स्थान है। प्रदेश में 233 कृषक व खेतिहर ने आत्महत्या की है। विडंबना यह है कि 12 राज्य ऐसे हैं, जहां पर एक भी कृषक या खेतिहर ने आत्महत्या नहीं की है। यह रिपोर्ट क्राइम ब्यूरो द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट है, जबकि प्रदेश में सरकार यह कहती है कि किसान खुशहाल हैं।