प्रदूषण फैलाने वाले कचरे के पहाड़ की पर्यावरण विभाग जांच करेगा
बिलासपुर – नगर निगम के लैंड फिल साइट कछार में इकट्ठा कचरे के पहाड़ से प्रदूषणकारी केमिकल रिसने संंबंधी ‘दैनिक भास्कर’ की खबर पर पर्यावरण संरक्षण मंडल ने संज्ञान लिया है। क्षेत्रीय अधिकारी सुरेश चंद्र ने कहा कि अधिकारियों की टीम बुधवार को मौके की जांच करेगी। ग्राम पंचायत कछार की सरपंच त्रिवेणी सुंदरलाल मरकाम का आरोप है कि कचरे के पहाड़ से रिसने वाला घातक केमिकल जमीन की सतह के अंदर जाकर जल स्तर को प्रदूषित कर रहा है। इसके कारण गांव के पानी में कड़ुवापन आने लगा है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के प्रभारी ईई अनुपम तिवारी का कहना है कि कचरे से केमिकल रिस कर जमीन को प्रदूषित न करे, इसलिए पॉलिथीन लाइनर बिछाई जाती है।
कचरे की आड़ में बेजा कब्जा की साजिश
छठ घाट से राजकिशोर नगर जाने वाले रोड के किनारे सैकड़ों टन कचरा लगातार डंप किया जा रहा है। अरपा के किनारे तथा स्मृति वन से लगे इस हिस्से पर भूमाफिया की नजर है। माना जा रहा है कि जमीन को पाट कर वहां अवैध निर्माण की कोशिश की जा सकती है। कचरा डंप करने से रोड से आने जाने वालों को बदबू और प्रदूषण झेलना पड़ रहा है। एमआईसी मेंबर संध्या तिवारी ने बताया कि राजकिशोर नगर रोड पर डंप कचरे को हटवाने के लिए उन्होंने जोन कमिश्नर को कई बार कहा, परंतु सुनवाई नहीं हुई। कोरोनाकाल में मुख्य मार्ग पर कचरे की डंपिंग से संक्रमण की आशंका है। इधर जोन के एक अधिकारी का कहना है कि तोरवा से नाली निर्माण के लिए खुदाई के दौरान निकले मलबा व कचरे को वहां डंप किया गया है। एमएसडब्ल्यू के ठेके में राजकिशोर नगर शामिल नहीं है, इसलिए इसे कछार नहीं भेजा जा सकता। वहीं पाट कर समतल किया जाएगा। हैल्थ आफिसर डा.ओंकार शर्मा ने कहा डंपिंग नहीं हो रही, जो भी कचरा जमा है, वह पुराना है। इसे उठवाया जाएगा।