कवर्धा। बच्चों को लगने वाले अनिवार्य टीकों में शामिल पीसीवी वैक्सीन को अब शासन ने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत शामिल कर लिया है।
दरअसल, न्यूमोकोकस बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया व अन्य बीमारियों से बचाव के लिए यह टीका सबसे कारगर तरीका माना गया है। आज शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सीएमएचओ डॉ शैलेन्द्र कुमार मंडल की उपस्थित में यह टीका लगाना शुरू किया गया। इस अवसर पर जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ केशव ध्रुव, डॉ अंकित गिरिपुंजे व यूपीएचसी शिव गोपाल परिहार उपस्थित थे।
सीएमएचओ डॉ मण्डल ने इस सम्बंध में बताया कि छत्तीसगढ़ में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच्चों को अब न्युमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) नि:शुल्क लगाई जाएगी। यह टीका बच्चों को न्युमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाली निमोनिया, मस्तिष्क ज्वर, सेप्टीसिमिया, साइनुसाइटिस, ओटाइटिस मीडिया (कान का इन्फेक्शन) जैसी कई बीमारियों से बचाएगी। शिशुओं को छह सप्ताह, 14 सप्ताह और नौ माह की आयु में इसकी तीन खुराकें दी जाएंगी। तीन डोज में लगने वाला यह टीका बाजार में काफी महंगे दामों में मिलता है। वैक्सीन के इस्तेमाल से बच्चों में निमोनिया बीमारी और बाल मृत्यु दर में कमी आएगी। पीसीवी महंगी वैक्सीन है, जो तीनों डोज मिलाकर बाजार में लगभग 6000 का कम्प्लीट डोज लगता है। अभी तक यह केवल निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध थी, जो अब शासन द्वारा निःशुल्क लगाया जाएगा।
न्यूमोकोकल वैक्सीन क्या है?
न्यूमोकोकल टीकाकरण एक विशिष्ट प्रकार के फेफड़ों के संक्रमण (निमोनिया) को रोकने की विधि है, जो न्यूमोकोकस नामक जीवाणु के कारण होता है। न्यूमोकोकस बैक्टीरिया के 80 से अधिक प्रकारों में से 23 को वैक्सीन द्वारा उपचारित किया जाता है। शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करने के लिए इस वैक्सीन को शरीर में इंजेक्ट किया जाता है और इससे एंटीबॉडी का उत्पादन होता है। यह एंटीबॉडी न्यूमोकोकस बैक्टीरिया से प्रतिरक्षा प्रदान करता है। यह न्यूमोकोकस बैक्टीरिया के अलावा अन्य रोगाणुओं के कारण होने वाले निमोनिया से सुरक्षा प्रदान नहीं करता है।