कबीरधाम बड़ी खबर : मानसिक प्रताड़ना झेल रहें जिला अस्पताल के डॉक्टर व कर्मचारी, हिटलर बना सिविल सर्जन, जानियें पूरा मामला

कबीरधाम। विवादों में घिरे रहने वाला जिला अस्पताल इस बार स्वयं के कर्मचारियों के मनमुटाव का शिकार हो गया। नव पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. पी.सी. प्रभाकर और आर.एम.ओ. डॉ. स्वप्निल तिवारी के खिलाफ उनके ही अधीन डॉक्टरों और स्टाफ ने मोर्चा खोल दिया है।
डॉक्टरों व कर्मचारियों ने सिविल सर्जन और आर.एम.ओ. पर गंभीर आरोप लगाए हैं और कार्यवाही करने की मांग की है। इसे लेकर 10 डॉक्टरों ने जिला सीएमएचओ से लिखित शिकायत की है।
डॉक्टरों ने कहा कि यह दोनों नव पदस्थ डॉक्टर उनके कार्य में बाधा डाल रहे हैं और पिछले कुछ दिनों से मानसिक प्रताड़ना दे रहे हैं। अपने पद का फायदा उठाते हुए बेवजह नोटिस जारी कर देते हैं और दुर्गम स्थान पर ट्रांसफर करवाने की धमकी भी देते हैं।
मरीज अस्पताल में इलाज नहीं करवाना चाहते उसके लिए भी डॉक्टर को जबरदस्ती प्राइवेट अस्पताल में नव पदस्थ डॉक्टरों के नाम से रिफर कराने के लिए बाध्य किया जाता है।
जरूरी काम के बावजूद छुट्टी नहीं दी जाती, डॉक्टर को लगातार ड्यूटी करने के लिए बाध्य किया जाता है। नव पदस्थ डॉक्टरों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि वे ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को ट्रांसफर करवाने की धमकी देते हैं। बहुत जरूरी होने के बावजूद ड्यूटी एक्सचेंज नहीं करने दिया जाता और हर बात पर कार्यवाही की धमकी दी जाती हैं।
नव पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. पी.सी. प्रभाकर और आर.एम.ओ. डॉ. स्वप्निल तिवारी जिला अस्पताल में खुलकर मनमानी कर रहे हैं, जिसकी वजह से परेशान डॉक्टर और स्टाफ में CMHO को शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है।
जिला CMHO शैलेन्द्र मंडल ने बताया –
वह इस पूरे मामले में सीएमएचओ का कहना है कि उन्होंने इस मामले की शिकायत को सुना, जिसके बाद इस मसले को सुलझा लिया गए हैं। डॉक्टर्स आपस में ड्यूटी के समय को एक्सचेंज कर लेते हैं, जिस की जानकारी सिविल सर्जन के पास नहीं होती है। इसकी वजह से यह सब मामला उठा है। हालांकि दोनों पक्षों में समझौता करा लिया गया हैं।