गेवरा/दीपका : ईस्टर्न जोन में बरसात ज्यादा होने से कोयले का उत्पादन कम हुआ- विनय दयाल डीटी कोल इंडिया
कोल इंडिया डीटी विनय दयाल से खास बातचीत, देखे उन्होंने क्या कुछ कहा….
गेवरा/दीपका। कोल इंडिया डीटी विनय दयाल आज कोयला खदान पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने SECL की बोर्ड मीटिंग अटेंड की और एसईसीएल की मेगा माइंस का दौरा भी किया।
दरअसल, खदान में कोयले की कमी हो रही है, जिसकी वजह से छोटे उद्योगों को कोयला नही मिल रहा हैं। इस पर कोल इंडिया डीटी विनय दयाल ने कहा कि यह केवल SECL की बात नही हैं बल्कि देश का यही हाल हैं, क्योंकि इस बार बरसात ईस्टर्न जोन में ज्यादा हुई हैं और नॉर्दन जोन में गर्मी ज्यादा बढ़ने की वजह से कोयले का डिमांड ज्यादा बढ़ गया। यह बातें कोल इंडिया डीटी विनय दयाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए गेवरा हाउस में कहीं।
उन्होंने आगे बताया कि थर्मल पावर स्टेशन हेड में जो हमारा कोयले का स्टॉक 25-26 मिलियन हुआ करता था। वह घट कर 10 मिलियन हो गया है।
इंटरनेशनल मार्केट में कोयले के दाम बहुत अधिक बढ़ गए, यही कारण है होस्टल एरिया के भी जो थर्मल पावर स्टेशन है, उन्होंने इम्पोट बंद कर दिया हैं। कोयले की डिमांड बढ़ गई और दूसरी तरफ बरसात जून में ही आ गई और अब तक जारी हैं।
खदान में 96 मिलियन कोयले का स्टॉक होने की बात पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसका डिस्पैच धीरे-धीरे किया जा रहा है। इस कार्य पर डिपार्टमेंटल कर्मचारी भी लगे हुए हैं। कोयले का स्टॉक हमको खत्म ही करना है ताकि आने वाले समय में कोयले को रखने के लिए स्थान हमारे पास पर्याप्त मात्रा में रहे और हम कोयले का प्रोडक्शन बढ़ा सकें। ई ऑक्शन जल्द ही खोले जाने की उन्होंने बात कही है।
खदानों के जर्जर रोड के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसे बनाने का काम जारी है, जिस कारण निरीक्षण मैंने खुद किया। इसके साथ ही हम गवर्नमेंट के साथ भी तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए पैसा भी दे कर रखा गया है। हम उनसे कहना चाहते हैं कि गवर्नमेंट द्वारा बनाए गए रोड को हम मेंटेन रखेंगे। खदान के आसपास पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं।