BREAKING : छत्तीसगढ़ के लिए 8 हजार करोड़ की बढ़ोतरी, केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कुछ इस तरह से किया बजट 2022 का विश्लेषण
रायपुर। केंद्रीय बजट पेश होने के बाद बीजेपी लीडर इसे लोगों तक पहुँचाने और ठीक से समझाने में जुट गए हैं। छत्तीसगढ़ में बजट का विश्लेषण रखने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज रायपुर पहुंचे हुए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बजट में छत्तीसगढ़ के लिए 8 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। 17 परियोजनाओं के लिए राशि स्वीकृत की जाएगी। इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का आवंटन किया जा रहा है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यहाँ आकर हर्ष महसूस कर रहा हूं। छत्तीसगढ़ के साथ पारिवारिक सम्बन्ध हमेशा सिंधिया परिवार का रहा है। छत्तीसगढ़ भारत का चमकता सितारा है। कई बार पहले भी छत्तीसगढ़ आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। किसी देश का बजट वहां की दशा दिशा दोनों तय करता है। कोरोना काल से बहुत पीड़ादायक रूप में भारत के नागरिक गुजरे हैं। हर देश के सामने चुनौती थी। मोदी जी ने इस संकट के समय में देश के लिए बहुत किया।
नए भारत का निर्माण होने जा रहा हैं। भारत निर्माण के मुद्दों पर आधारित है। हमारी नीति, विचारधारा, नीयत स्पष्ट है। मुझे खेद है यह सुनते हुए कि यहां पर गरीब कल्याण योजना जनता के लिए समर्पित योजना भ्रष्टाचार में लिप्त है। लगभग एक करोड़ 10 लाख मकान प्रधानमंत्री आवास योजना में बने। 48,000 करोड़ रुपए इस बजट में है। रोटी-कपड़ा-मकान आम लोगों की जरूरत है। बजट में इसको लेकर विशेष प्रावधान है। पहले टोंटी होती थी पानी नहीं। लेकिन मोदी जी के शासनकाल में टोंटी भी है और पानी भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनकल्याण सोच को सलाम है। घर-घर पानी पहुंचाने का संकल्प लिया।
कोई भी व्यक्ति बिना रोटी बिना कपड़े बिना मकान के ना रहे। किसानों को आधुनिकता के साथ जोड़ने की जरूरत है। प्रधानमंत्री का संकल्प है कि डिजिटल हाईटेक की सुविधाओं के साथ किसानों को जोड़ा जाये। आधुनिकता के साथ किसानों को जोड़ना होगा। किसान ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे। ये सारी सुविधा किसानों को मिले।
164 करोड़ वैक्सीन हमारे देश में लगे हैं। वैक्सीन का निर्यात भारत के आत्मनिर्भर का संकेत है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए करोड़ों का आबंटन किया गया है। कहा किसी भी देश में बजट वित्तीय सोच विचारधारा उस देश की आगामी रूपरेखा दिशा और दशा को तय करती है। वर्तमान में कोरोना के काल में पीएम ने भारत का सशक्त नेतृत्व ज़रूर किया है पर आज भारत की विचारधारा एक मिसाल बनी है।100 साल बाद आई ऐसी वैश्विक महामारी जिसमे आर्थिक गतिविधियां भी चुनौती थी। प्रधानमंत्री ने ऐसे समय में भी एक नई इकोनॉमी बनाई। महत्वपूर्ण नियमों के आधार पर बनाई गई आर्थिक नीति आज विश्व भर में मिसाल बनी है। 8 साल पहले अगर आकलन 2 साल का किया जाए तो हमारी आर्थिक नीति क्या थी और आज क्या है। देश की आर्थिक इंजन चलती है। दो मुद्दों पर एक देश के अंदर का उत्पादन और दूसरा निर्यात और उत्पाद। पहले घरेलू उत्पादन 99 लाख करोड़ हुआ करता था। आज डेढ़ लाख करोड़ हो चुका है। डबल इंजन की सरकार अब देश में वह दिन दूर नहीं जब डबल डिजिट की आर्थिक नीति हम हासिल कर पाएंगे। नए भारत का निर्माण 7 मुद्दों पर आधारित होता है। यह सरकार प्रोएक्टिव सरकार है रिएक्टिव सरकार नहीं।
छत्तीसगढ़ सरकार तंज कसते हुए कहा कि राशन की प्रणाली में घोर भ्रष्टाचार किया जाता है। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर निशाना भी निशाना साधा। कहा कि इसमें हर गरीब को लोन दिया जाता है। अपना घर बनाने के लिए 80 लाख पक्के घर इस साल के बजट में रेखांकित किए गए हैं, जिसके लिए 48 हज़ार करोड़ का बजट में प्रावधान किया गया है। महिलाओं के लिए गैस की सुविधा दी गई है। एक तरफ अन्न दूसरी तरफ धन और तीसरा गरीब के सर पर छत यह हमारा मूल उद्देश्य था। यह पहली सरकार है जिसने जो कहा वो किया भी। इस साल 4 करोड़ नए घरों को जल के लिए कनेक्ट किए जाएंगे। पहले के 9 और अभी के 4 मिलाकर कुल 13 करोड़ घर नल के लिए कनेक्ट होंगे। 1 लाख करोड़ रुपए केवल घर-घर में पानी पहुँचाने के लिए। दूसरा स्तंभ कृषि से जुड़ा किसान है। अन्नदाता पर आज उसे आधुनिकता से जोड़ेने की आवश्यकता है। समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड खरीदी की गई। बजट में भी 2 लाख 37 हज़ार का आबंटन समर्थन मूल में खरीदी के लिए रखा गया है। फ़र्टिलाइज़र की सब्सिडी में वृद्धि की गई है। ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूरा का पूरा एक कॉरिडोर ही बनाया गया है।