
कबीरधाम। छत्तीसगढ़ सरकार भूमिहीन और कृषि मजदूरों को पट्टा वितरण कर रही है। लेकिन कुछ स्थान ऐसे हैं, जहां वर्षों के बाद भी पट्टा लोगों के नाम पर जारी होने के बाद भी नहीं मिला है। वही, इसकी वजह से किसानों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
ताजा मामला बोड़ला ब्लाक के ग्राम कुकरापानी का है, जहां पर किसानों के नाम पट्टा जारी होने के बाद आज तक उन्हें नहीं मिला है। किसानों ने बताया कि 2006 में पट्टा जारी किया गया था, लेकिन अब तक उन्हें नहीं मिला है।
बताया कि खार पी. एफ क्रमांक 412 और 414 की वन भूमि को पूर्वजकाल से धारित कर कास्त काबित चले आ रहे है, शासन के द्वारा पट्टा जारी करने के लिए पट्टा वितरण सर्वे किया। वही, वन अधिकार अधिनियम 2005 वर्ष 2012 से 2016 में वन अधिकार पट्टा प्रदान किये जाने सूची तैयार की गई। सब कुछ हो जाने के पट्टा जारी किया लेकिन अब तक नही मिला।
वही, लंबे समय से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे किसानों ने आज भूलेख अधिकारी आदिम जाति कल्याण विभाग कवर्धा को आवेदन देकर जल्द से जल्द पट्टा देने की मांग की है, ताकि वह अपनी जमीन पर आसानी से बिना डर के किसानी कर सके।