रायपुर। छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही हैं। ईडी की टीम ने प्रदेश के एक बड़े अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया हैं। वही खबर के फैलते ही प्रशासनिक हल्कों में हड़कंप मचा हुआ हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, ED ने अधिकारी को कोर्ट में पेश कर दिया है और पूछताछ के लिए न्यायालय से 10 दिन की रिमांड मांगी है। छत्तीसगढ़ में लगातार ईडी का एक्शन मोड ऑन हैं। कोल घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में अधिकारी की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ़्तारी हुई हैं।
प्रदेश में ईडी की अब तक की कार्यवाही –
आपको बता दें ईडी की टीम ने 11 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ में एक साथ कई जगह दबिश दी थी। ईडी की टीम ने कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी उनके रिश्तेदारों, IAS अधिकारियों समीर विश्नोई, जेपी मौर्या और रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के अलावा कुछ कारोबारियों के यहां छापा मारा था। छापे के दौरान रानू साहू मौजूद नहीं थी, जिसके बाद ईडी की टीम ने उनके बंगले को सील कर दिया था। हालांकि दो दिन बाद रानू साहू ने ईडी को पत्र लिखकर मेडिकल इमरजेंसी की वजह से हैदराबाद में होना बताया था। बाद में ईडी ने कलेक्टर बंगला सहित उनके दफ्तर में छापा मारा था।
बड़े कोल घोटाले का पर्दाफाश –
ईडी की टीम ने छापे के बाद छत्तीसगढ़ में बड़े कोल घोटाले का पर्दाफाश किया था। इसके साथ ही ईडी ने IAS समीर विश्नोई, लक्ष्मीकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार किया था। छापे के दौरान फरार कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने कुछ दिनों बाद रायपुर की कोर्ट में सरेंडर किया था। जहां ईडी की टीम ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल सभी अभी रायपुर जेल में बंद हैं। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में ईडी की टीम ने ये 5 वीं गिरफ्तारी की है।