
रायपुर। छत्तीसगढ़ को अभी कुछ दिन और गरमी झेलनी पड़ेगी। अरब सागर में उठे चक्रवात का असर मानसून पर भी पड़ा है। प्रदेश में मानसून पहले से ही देर हो रहा था, अब मानसून में और भी देरी हो गयी है। मौसम विभाग का अनुमान है कि छत्तीसगढ़ में 20 के बाद ही अब मानसून की इंट्री होगी। मौसम वैज्ञानिक संजय बैरागी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में मासनून 21 जून को पहुंच सकता है।
हालांकि रायपुर तक पहुंचने में मानसून को 24 जून तक का वक्त लग सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में मानसून बस्तर के रास्ते प्रवेश करता है, मानसून की फिलहाल रफ्तार देखकर संभावना है कि छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में मानसून की इंट्री 21 जून को हो सकती है। वहीं 24 जून तक मानसून राजधानी रायपुर पहुंचेगा। 9 जिलों बलौदाबाजार, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, मुंगली, रायगढ़, जांजगीर, महासमुंद, रायपुर में लू का अलर्ट जारी किया गया है।
प्री मानसून की बारिश 18 जून के बाद शुरू हो सकती है। लिहाजा 18 जून तक प्रदेश में ग्रीष्मलहर की स्थिति बनी रहेगी। विभाग ने आने वाले दिनों में गर्मी से कोई राहत न मिलना बताया है। वही प्रदेश में आज एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने और गरज चमक के साथ छीटें पड़ने की संभावना जताई गई है। मानसून में देरी का कारण बताते हुए मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि ‘जब मानसून का सिस्टम केरल की तरफ बढ़ता है उसी समय अरब सागर मे चक्रवाती सर्कुलेशन होता है, यह मॉनसून सिस्टम पर बुरा असर डालते हैं। इनसे हवा का एक ऐसा सिस्टम निर्मित होता है जिससे मानसूनी हवाएं आगे तक नहीं पहुंच पाती हैं। यही बिपरजॉय के शुरुआती स्टेज में भी हुआ है, जिससे मॉनसून में देरी हुई है।’
मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, ‘बिपरजॉय की वजह से पहले मानसून की एंट्री में देरी हुई और अब यह बारिश वाली प्रणाली को आगे बढ़ने से रोक रहा है।’मौसम विभाग के मुताबिक, ‘केरल से एंट्री लेने के बाद मानसून कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडू और पूर्वोत्तर के कई इलाकों में पहुंच गया है। विभाग ने इसके मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, यूपी में 20 जून वहीं बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में 21 जून तक दस्तक दे सकता है।’