रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की शुरुआत अच्छी हुई, लेकिन अब बारिश की गतिविधियां लगभग थम गई हैं। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में मानसून ब्रेक स्थित बनी हुई है। खेती- किसानी के लिहाज से भी यह स्थिति चिंतजनक बताई जा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य में बारिश की संभावना बनी हुई है, लेकिन फिलहाल राज्य के 18 जिलों पर सूखा का खतरा मंडरा रहा है। अगर जल्द बारिश नहीं हुई तो सरगुजा और बेमेतरा जिला में खेती पर असर पड़ सकता है।
रायपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार राज्य के 27 में से केवल नौ जिलों में वर्ष के आंकड़ों का औसत सामान्य है। इनमें बालोद, बीजापुर, धमतरी, गरियाबंद, कोरिया, मुंगेली, रायपुर, राजनांदगांव और सुकमा शामिल हैं। बाकी 18 जिलों में अभी तक सामान्य से कम वर्षा हुई है।
सरगुजा और बेमेतरा में सबसे ज्यादा संकट की स्थिति बनी हुई है। सरगुजा में औसत से 68 प्रतिशत कम बारिश हुई है। आंकडों के अनुसार सामान्यत: सरगुजा में एक जून से 15 जुलाई के बीच 438 मिली मीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार अब तक केवल 140 मिली मीटर बारिश हुई है। वहीं, बेमेतरा में बारिश का औसत आंकड़ा 332 मिली मीटर है, जबकि अभी तक 129 मिली मीटर ही बारिश हुई है। यानी वहां भी सामान्य से करीब 61 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
प्रदेश में सामान्य से 25 प्रतिशत कम बारिश –
मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में अभी तक सामान्य से 25 प्रतिशत कम बारिश हुई है। राज्य में अब तक करीब 368 मिली मीटर बारिश हो जानी चाहिए थे, लेकिन अभी तक यह आंकड़ा लगभग 275 मिली मीटर तक ही पहुंच पाया है।
केवल तीन जिलों में सामान्य से कुछ अधिक बारिश –
मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के तीन जिलों में सामान्य से कुछ अधिक बारिश हुई है। इनमें राजनांदगांव, धमतरी और बालोद शामिल है। राजनांदगांव में सामान्य से 12, धमतरी में सामान्य से 9 मिली मीटर अधिक बारशि हुई है। वहीं बालोद में अभी तक 411 मिली मीटर बारिश हुई है जो वहां के औसत 348 से करीब 18 प्रतिशत अधिक है। बाकी जिन नौ जिलों में सामान्य वर्षा बताई जा रही है।