
रायपुर: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर आज रात रायपुर पहुंचेंगे। इस दौरान वे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा करेंगे। उनका यह दौरा राज्य में सुरक्षा स्थिति और नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की रणनीति के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अमित शाह का यात्रा कार्यक्रम
गृहमंत्री अमित शाह 15 दिसंबर को रायपुर में पुलिस प्रेसिडेंट कलर अवार्ड समारोह में भाग लेंगे, जिसके बाद वे दोपहर में बस्तर के लिए रवाना होंगे। यहां वे बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में शिरकत करेंगे और सुरक्षा से जुड़े अन्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे।
इसके बाद गृहमंत्री शाह शहीद जवानों के परिवारों से मुलाकात करेंगे और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से भी संवाद करेंगे। वे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोगों से बातचीत कर सरकार की योजनाओं और नक्सल विरोधी अभियानों के प्रभाव पर चर्चा करेंगे। इस दौरान वे सुरक्षाबल के जवानों से मिलकर उनकी हौसला अफजाई भी करेंगे और उनके साथ डिनर पर बैठ सकते हैं।
नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा
गृहमंत्री शाह 16 दिसंबर को जगदलपुर में नक्सल विरोधी अभियानों में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देंगे और उनके परिवारों से मुलाकात करेंगे। साथ ही, वे आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के पुनर्वास और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की प्रगति का भी जायजा लेंगे। इस दौरान वे नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों और आने वाले कदमों पर भी चर्चा करेंगे।
2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का दावा
केंद्र सरकार नक्सलवाद के खिलाफ लगातार ठोस कदम उठा रही है। गृहमंत्री शाह ने पहले भी यह दावा किया था कि 2026 तक बस्तर से नक्सलवाद खत्म कर दिया जाएगा। उनके इस दौरे के दौरान नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की समीक्षा की जाएगी, ताकि इस दिशा में और प्रभावी कदम उठाए जा सकें।
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा तैयारी
गृहमंत्री शाह के दौरे के लिए छत्तीसगढ़ प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है और उनके दौरे के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए सभी जरूरी उपाय किए गए हैं। इस दौरे से राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार के साझा प्रयासों को और मजबूती मिलने की संभावना है।
गृहमंत्री अमित शाह का यह दौरा न केवल नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ में सुरक्षा और विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी आगे बढ़ाएगा।