लाॅकडाउन में गांव स्तर पर रोजगार मिलने से कबीरधाम जिले के 80 हजार श्रमिकों को मिली राहत
Ashok Sahu
लाॅकडाउन में कबीरधाम जिले में 1459 कार्य चालू ’धीरे-धीरे बढ़ रही है श्रमिकों की संख्या
कलेक्टर ने सहसपुर लोहारा जनपद पंचायत के विभिन्न रोजगार मूलक कार्यों का अवलोकन किया
कवर्धा- नोवेल कोरोना वायरस के रोकथाम और नियंत्रण के दौरान जारी लाॅकडाउन से उत्पन्न होने वाली विकट परिस्थितियों में कबीरधाम जिले में महात्मगांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत पंजीकृत श्रमिको और परिवारों को गांव स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। कबीरधाम जिले में महात्गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना के तहत ग्रमीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करते हुए 1449 कार्य शुरू किए गए है। रोजगार मूलक इस कार्यों में दिनोदिन पंजीकृत श्रमिकों और परिवारों की संख्या बढती जा रही है। जिले के कवर्धा, बोडला, सहसपुर लोहारा और पंडरिया में आज 80 हजार 371 हजार से पंजीकृत परिवारों और श्रमिकों को गांव स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण और जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के ने आज संयुक्त रूप से जिले के सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बनिया में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गांरटी योजना के तहत तालाब गहरी करण कार्य और गौठान निर्माण कार्य तथ वनांचल क्षेत्र में नर्मदा नाला संरक्षण एवं संवर्धन कार्यों को निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री शरण ने तालाब गहरी करण कार्य का निरीक्षण करते हुए पंजीकृत श्रमिकों से चर्चा करते नोवेल कोरोना वायरस के बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कोराना वायरस बहुत ही खतरनाक वायरस है। इसलिए इसे महामारी का नाम दिया गया है। कलेक्टर ने ग्रामीणों केा बताया तेज सदी-खासी, और बुखार इसके लक्ष्ण हो सकते है। अगर किसी में ऐसी लक्ष्ण दिखे तो तत्काल स्वास्थ्य कर्मचारियों केा दे। इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंस अथार्त शारीरिक दूरे बनाए रखते हुए रोजगार मूलक कार्य करे। जब भी आज बाहर निकले चेहरे को अच्छी तरह से मास्क से ढंग ले, अगर मास्क नहीं है तो गमछे से चेहरे को ढका जा सकता है। चेहरे आंख,मुह और नाक को बिल्कुल नहीं छुना है। बाहर से घर आने पर सबसे पहले हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोए। जब भी खासी-और छिंक आने पर गमछे या रूमाल से मुह को ढंक ले। सार्वजनिक स्थल पर आने से बचे और रोजगार मूलक कार्य करते समय दूरी बनाकर कार्य करें। कलेक्टर श्री शरण ने लाॅकडाउन में दौरान ग्रामीणों की जीवन शैली और उनके घरों में उपलबध राशन,चावल और अन्य समाग्रियों की बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर डिप्टीकलेक्टर श्रीमती रेखा चन्द्रा, जनपद सीईओ श्री केशव ध्रुव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
श्रमिको ने कहा इस संकट में रोजी और रोटी की चिंता दूर हुई
सहसपुर लोहारा के बनिया मे तालाब गहरीकरण कार्य में लगे मनरेगा के पंजीकृत श्रमिक, कितर, सहदेव, राजकुमार, और कनूल ने बताया कि कोरोना वायरस के संकट अब गांव रोजगार मिलने से रोजी और रोटी दोनों की समस्या दूर हो गई हैं। मजदूरो ने बताया कि इस समय समय दाल-चावल राशन की समस्या हो रही थी, लेकिन वह भी दूर हो गई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा इस संकट मंे एक साथ दो माह का चावल निःशुल्क देने से पैसा भी घर में रखे कुछ पैसा भी बच गए और चावल भी मिल गया। इसी पैसे से अब तेल,साबुन और अन्य समान खरीदी कर रहे है। गांव में तालाब गहरी करण का काम शुरू होने से रोजी की समस्या भी दूर हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि कोराना वायरस के संक्रमण और बचाव के लिए ग्रमीण क्षेत्रों लोग बहुत सजग और सतर्क है। गांव के चैक-चैराहों में अनावश्यक बैठना बंद हो गया है।
लाॅकडाउन में बढ़ रही है दिनों-दिनों पंजीकृत श्रमिकों की संख्या
जिला पंचायत सीईओ श्री विजय दयाराम के ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान ग्राम पंचायतों में रोजगारमूलक कार्य शुरू होने से पंजीकृत श्रमिको को बड़ी राहत मिल रही हैं। रोजगार मूलक कार्यों में अब धीरे-धीरे पंजीकृत श्रमिकों की संख्या बढ़ रही हैं। जिले में कुल स्वीकृत कार्य के विरूद्ध 1225 कार्य चल रहें है जिसमें 808371 हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार का अवसर मिल गया है। जनपद पंचायत कवर्धा क्षेत्र में 216 कार्य चल रहें है जिसमे 18119 श्रमिक कार्यरत है। इसी तरह जनपद पंचायत बोड़ला अंतर्गत 510 कार्यो में 19977 मजदूर कार्य कर रहें है। जनपद पंचायत स.लोहारा के अंतर्गत 215 निर्माण कार्यो में 19805 मजदूर कार्य कर रहें है तथा जनपद पंचायत पण्डरिया के 519 निर्माण कार्यों में 22,500 मजदूर कार्यरत है।