व्रतसंकल्प के साथ शंकराचार्य स्वरूपानंद जी का चातुर्मास प्रारंभ
गुरु दर्शन के लिए दिन भर रहा शिष्यों का आना जाना
कवर्धा /वृन्दावन
वृंदावन। ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का 68 वां चातुर्मास आज वृंदावन के उड़िया बाबा के आश्रम में व्रतसंकल्प के साथ चातुर्मास शुरू हो गया है। इसके पूर्व वृंदावन नगरी में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई।
सन्याशियों चातुर्मास का अपना विशेष महत्व होता है ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का 68 वां चातुर्मास भगवान कृष्ण की नगरी वृंदावन में आज गुरू पूर्णिमा पर्व पर चातुर्मास व्रतसंकल्प के साथ चातुर्मास प्रारंभ हुआ। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि प्राचीन काल में वर्षा ऋतु के समय आवागमन की बहुत कठिनाईयां होती थी साधु , संत इस समय उपयोग करते हुए ज्ञान , ध्यान और वेद अध्ययन में समय व्यतित करते थे वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण की लीला भूमि इस पुण्य भूमि पर हमेशा साधु , संतों का आगमन होता रहा है। ऐसे स्थान पर चातुर्मास किया जाना उपयुक्त माना जाता है।
गुरुपर्व में शुक्रवार को उड़िया बाबा आश्रम में गुरु दर्शन के लिए दिनभर भक्तो का आना जाना लगा रहा ।
वृन्दावन में दिन भर रुक रुक कर होती रही बारिश से भी भक्तो का उत्साह कम नही हुआ ।
छत्तीसगढ़ के लगभग छः सौ लोगो ने गुरु दर्शन कर पूण्य लाभ लिया ।
ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का 68 वां चातुर्मास में उनके साथ दंडी स्वामी श्री सदानंद , दंडी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ,स्वामी अमृतानंद , स्वामी गोविंदानंद , स्वामी धर्मानंद , स्वामी सदाशिव ब्रम्हेन्द्र ब्रम्हाचायी , सुबोधानंद , सहजानंद , केवल्यानंद, ब्रम्हविद्यानंद , रामानंद, धारानंद, कुलदीप चद्रप्रकाश उपाध्याय मोती राम चंद्रवंशी विधायक कबीर धाम जिले से 1 हजार भक्त गणसहित अनेक लोग उपस्थित थे।