गरियाबंद : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिले के सभी हड़तालरत स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों तथा ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों को कार्य पर वापस लौटने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि पिछले माह की एक तारीख से स्वास्थ्य पर्यवेक्षक तथा ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक हड़ताल पर हैं। चूंकि स्वास्थ्य से संबंधित सेवाएं सीधे तौर पर जनसामान्य की स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी हुई है तथा हड़ताल की अवधि के दौरान मरीज की मृत्यु उपचार के अभाव में हो जाती है, तो इससे गंभीरता से लेते हुए संबंधित स्वास्थ्यकर्मी के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी, जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से कई राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रभावित है, जो गंभीर अनुशासनहीनता है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों एवं ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों को आगामी दो दिनों के भीतर संबंधित कार्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने कहा है। इसके बाद भी यदि कोई स्वास्थ्य पर्यवेक्षक/संयोजक अनुपस्थित रहता है, तो उसके विरूद्ध छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण 1965 के प्रावधानों के तहत बर्खास्तगी की कार्यवाही की जायेगी।