
कबीरधाम। जिले में नौकरी लगाने के नाम पर फिर से ठगी का मामला सामने आया है। इस बार ठगों ने स्टेट बैंक में भृत्य पद पर नौकरी लगाने के नाम पर 7 लोगों से 8.40 लाख रुपए की ठगी किया है। आरोपियों ने सभी युवाओं से 1.20 रुपए लिए थे। मामला पंडरिया थाना क्षेत्र का है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को पकड़ा है, जिसे जेल भेज दिया गया है। इनमें एक आरोपी पंडरिया व दूसरा आरोपी छुईखदान क्षेत्र का निवासी है।
पंडरिया थाना से मिली जानकारी अनुसार इस मामले में पीड़ित दर्शन पटेल ने 17 मार्च को थाना में अपने साथियों के साथ रिपोर्ट दर्ज कराई कि वर्ष 2021 में आरोपित जीवन कामडे एवं सीताराम पटेल ने स्टेट बैंक में भृत्य के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर रुपए लिए है। लेकिन नौकरी नहीं लगाये है। इसके बाद रुपए मांगने पर राशि नहीं दिया जा रहा था। इन सब को देखते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दोनो आरोपितों के खिलाफ धारा 420,34 का मामला दर्ज किया। इसके बाद 17 मार्च को आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस कार्रवाई में थाना के एएसआई पंचराम वर्मा, प्रधान आरक्षक मनोज महोबिया,आरक्षक आकाश भोई, उत्तम पटेल, प्रभाकर बंछोर का विशेष योगदान रहा।
थाना में एफआइआर दर्ज करने के बाद पुलिस की कार्रवाई शुरू हुई। आरोपितों के गिरफ्तारी के लिए थाना पंडरिया से टीम ने आरोपितों के पता तलाश शुरू की। जिसमें आरोपित सीताराम पटेल को ग्राम पाढी से पकड़ा गया एवं प्रकरण के मुख्य आरोपित जीवन कामडे के पतासाजी हेतु टीम को छुईखदान जिला खैरागढ भेजा गया था, जो अपने निवास पर नहीं मिला। इस पर पुलिस ने आस-पास टीम खोजबीन की, जिसके बाद आरोपित के घर आते समय रात में पकडा गया। दोनों आरोपितों से पूछताछ किया गया तो उनके द्वारा बैंक में नौकरी लगाने के नाम पर पैसा लेना बताये एवं जुर्म स्वीकार किया गया है।
ये है पीड़ित, जो ठगी का शिकार हुए –
दर्शन पटेल पिता सपून पटेल, निवासी ग्राम छांटा, थाना पाण्डातराई तह. बोडला, प्रकाश पटेल पिता गंगादीन, रामबगस पटेल पिता तिहारी, मिथलेश पटेल पिता राघोश्याम पटेल ग्राम कोदवागोडान थाना कुकदूर तह. पण्डरिया, दीपक पटेल पिता प्रभु पटेल ग्राम मडमडा थाना बोड़ला, शिवचरण पटेल पिता पंचराम पटेल, मोरध्वज पिता तहसीलराम पटेल ग्राम अधरीकछार थाना तरेगांव तहसील बोडला है।
28 दिसंबर को नगद राशि ली गई –
पुलिस के अनुसार पीड़ितों ने अपने आवेदन में बताया कि आरोपित सीताराम पटेल व जीवन कामडे ने विश्वास दिलाकर सभी लोगों से 1.20 लाख 28 दिसंबर को लिए थे। इन सभी ने नगद राशि दिया था। इसके बाद नौकरी नहीं लगी व 6 माह तक इंतजार करते रहे। पीड़ितों द्वारा आरोपियों को फोन लगाते थे, लेकिन उन्हे केवल एक ही जवाब मिलता था अब हो जायेगा, तब हो जायेगा। ऐसा करते करते दो वर्ष बीत गया और कुछ नहीं हुआ है। गौर करने की बात है कि पीड़ितों ने नौकरी के नाम ब्याज पर दूसरे जगह से राशि लिया था।