गर्मी के मौसम में पेयजल और निस्तारी जल की समुचित व्यवस्था के निर्देश
कलेक्टर ने ली पीएचई एवं जनपद सीईओ की बैठक
कवर्धा- गर्मी के मौसम में पेयजल और निस्तारी की समस्या नहीं हो, इसे ध्यान में रखते हुए सभी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिये गये है। कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने शुक्रवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों और जनपद पंचायत के सीईओ की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिये। कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि यदि हैण्डपंप खराब होता है, तो उसे तत्काल ठीक करायें। उन्होंने भू-जल स्तर नीचे होने पर पॉवर पंप से चलाने तथा जिन ग्राम पंचायतों में टैंकर से जल आपूर्ति की जरूरत पड़े, वहां जनपद पंचायत एवं नगर पालिका परिषद से टैंकर लेकर पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने निस्तारी के लिए तालाबों को सुतियापाट, कर्रानाला, सरोदा, छीरपानी आदि जलाशयों से भरने के निर्देश दिये। उन्होंने नल-जल योजना के तहत निर्बाध रूप से पेयजल आपूर्ति करने, पाईप लाईन ठीक करने, हैण्ड पंपों में राईजर पाईप डालने तथा तत्काल जरूरत के अनुसार हैण्डपंप मैकेनिक तैनात रखने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने सभी जनपद सीईओ को पीएचई विभाग के अधिकारियों से समन्वय कर पेयजल एवं निस्तार की व्यवस्था सुनिश्चित करने और हर सप्ताह पंचायत सचिवों की बैठक लेकर पेयजल की समीक्षा करने के भी निर्देश दिये। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री सुनील शुक्ला ने बताया कि जिले में कुल आबाद गांवों की संख्या 962 है। जिले में आज की स्थिति में 11 हजार 504 हैण्डपंप स्थापित है, इनमें से 11 हजार 196 हैण्डपंप चालू है, 44 हैण्डपंप सुधार की प्रक्रिया में है। भू-जल स्तर गिरने से 264 हैण्डपंप बंध है। उन्होंने बताया कि जिले में 114 नलजल योजनाए चल रही है। जिले में सोलर पंप से 277 पेयजल योजनाएं चल रही है। बैठक में जनपद सीईओ श्री एन.के.भट्ट, श्री एम.के.साहू, श्री पी.एल.ध्रुव सहित पीएचई विभाग के सभी अनुविभगीय अधिकारी उपस्थित थे।