कलेक्टर ने बैंकर्स और बिजली विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर किसानों का कर्ज माफी एवं सिंचाई पंपों के विद्युतीकरण की समीक्षा की
कवर्धा- कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने शुक्रवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिले के सभी बैंकर्स और बिजली विभाग के अधिकारियों की अलग-अलग बैठक लेकर किसानों का कर्जमाफी तथा सिंचाई पंपों के विद्युतीकरण एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि वाणिज्यिकर कर (आबकारी) एवं उद्योग मंत्री तथा कबीरधाम जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा और वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने गुरूवार को जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में राज्य सरकार की प्राथमिकता सहित विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और किसानों का कर्जमाफी तथा सिंचाई पंपों के विद्युतीकरण एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सतत् रूप से बिजली आपूर्ति के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये थे।
मंत्रीद्वय के निर्देशों के परिपालन में कलेक्टर ने पहले बैंकर्स की बैठक लेकर किसानों के कर्जमाफी के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के नानपरफार्मिग खातों के वन टाइम सेंटलमेंट के तहत अल्पकालीन कृषि ऋण को माफ करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के तहत सहकारी और ग्रामीण बैंकों के अलावा निजी क्षेत्र के 21 व्यवसायिक बैंको से किसानों द्वारा लिये गये अल्पकालीन कृषि ऋण की राशि बैंकों को जारी कर दी गई है। अब किसानों को खाद-बीज के उठाव में परेशानी नहीं होनी चाहिए। बैंकर्स द्वारा बताया गया कि राज्य शासन द्वारा जारी राशि और बैंकों द्वारा प्रस्तुत की गई दावा राशि में अंतर होने के कारण दिक्कत आ रही है। कलेक्टर ने लीड बैंक मैनेजर श्री राजेन्द्र सिन्हा को सभी व्यवसायिक बैंको का नाम, राज्य शासन द्वारा जारी की गई राशि तथा बैंकों द्वारा प्रस्तुत दावा राशि की सूची शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये, ताकि कृषि उत्पादन आयुक्त से मार्गदर्शन प्राप्त कर अंतर की राशि के संबंध में त्वरित निराकरण किया जा सकें। बैठक में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के नोडल अधिकारी श्री बी.पी. चंद्रवंशी एवं एसबीआई, बैंक ऑफ बडौदा, केनरा बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूको बैंक सहित विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने बिजली विभाग के अधिकारियों की बैठक में आंधी तूफान के कारण क्षतिग्रस्त विद्युत खंभों एवं बदले गये खंभों, नये ट्रांसफार्मर तथा सिंचाई पंपों के विद्युतीकरण की समीक्षा की। उन्होंने सिंचाई पंपों के विद्युतीकरण कार्य में तेजी लाने के लिए निविदा आमंत्रित करने की अवधि 21 दिन से घटाकर 14 करने तथा इसकी सूचना सभी पंजीकृत ठेकेदारों को देकर 14 दिन के भीतर निविदा की प्रक्रिया पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में उपस्थित विद्युत संभाग कवर्धा के कार्यपालन अभियंता श्री व्ही.के.महालया और विद्युत संभाग पंडरिया के कार्यपालन अभियंता श्री एन.एल. त्रिपाठी को हर सप्ताह होने वाली जनपद पंचायतों की बैठक में अपने अधीनस्थ सहायक अभियंता एवं कनिष्ठ अभियंताओं को बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने तथा सरपंचों द्वारा बतायी गई शिकायतों एवं समस्याओं को प्राथमिकता से निराकृत करने के निर्देश दिये। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिले में विद्युतीकृत पंप कनेक्शन की कुल संख्या 30 हजार 370 है, इनमें कवर्धा संभाग में 18 हजार 893 और पंडरिया संभाग में 11 हजार 434 है। उन्होंने बताया कि दो जुलाई की स्थिति में जिले में सिंचाई पंप कनेक्शन के 1433 आवेदन लंबित है। इनमें कवर्धा संभाग में 950 और पंडरिया संभाग में 483 शामिल है। उनहोंने बताया कि सभी लंबित आवेदनों के लिये कार्यादेश जारी हो चुका है।