पुस्तक यात्रा के रूप में साहित्यकार हुए एकत्रित न्यायाधीश ए.के. सिंघल ने द्वीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ
खिलेस्वर घृतलहरे
बेमेतरा – नगर में ‘‘पुस्तक यात्रा’’ का आगमन मंगलवार को हुआ जो वनमाली सृजनपीठ, डाॅ. सी.वी. रमन् विश्वविद्यालय एवं टैगोर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में छ.ग. के 13 जिलों में पुस्तक एवं साहित्यकारों एवं वैज्ञानिकों के चित्रों की प्रदर्षनीय आयोजित करते आ रही है। नगर में पुस्तक यात्रा के चलित पुस्तकालय को कार्यक्रम स्थल शा.कन्या उ.मा.शाला तक आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौषल केन्द्र के प्रशिक्षार्थियों एवं शा.कन्या उ.मा.शाला की छात्राओं के द्वारा एक रैली के रूप में अगवानी करते लाया गया। जहाँ वनमाली सृजनकेन्द्र बेमेतरा के अध्यक्ष श्री गौतम, आईसेक्ट के संचालक टोपेन्द्र सिंह वर्मा एवं उपस्थित गणमान्य नागरिकों के द्वारा किया गया। इसके बाद सभाकक्ष में ‘‘किताबें करती हैं बातें’’ कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश ए.के.सिंघल, कार्यक्रम के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह वर्मा, एवं आमंत्रित अतिथियों ने किया। मुख्य अतिथि सहित सभी विषिष्ट अतिथियों का स्वागत टोपेन्द्र सिंह वर्मा, दिनेश गौतम, श्रीमती धनेश्वरी वर्मा, सुनील झा, निराकार पाण्डेय, नूतन प्रभात कँवर, सुशील शर्मा, रमन काबरा, अशोक मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में चार विशेष व्यक्तित्वों का सम्मान मुख्य अतिथि ए.के.सिंघल के हाथों हुआ। साहित्कार महेन्द्र सिंह वर्मा, संगीतज्ञ विश्राम प्रसाद मिश्र, मूर्ति शिल्पी रामसिंह ठाकुर एवं सहयोग यूथ समाजसेवी संस्था को सम्मान शाल एवं श्रीफल से किया गया। इसके बाद विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को प्रशस्ति-पत्र एवं ट्राफी प्रदान की गई। कार्यक्रम में कुमारी डाॅली देवांगन एवं साथियों ने आकर्षक योग नृत्य प्रस्तुत किया। कु. संध्या बंजारे एवं साथियों ने कर्मा नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके बाद के.नूतन प्रभात द्वारा गीत-गज़लों का गायन हुआ, इनके सधे हुए सुर ने उपस्थित लोगो का मन मोह लिया। तबले पर विभाष मिश्र ने संगत की। आर्गन पर मनीष सोनी एवं इकेष कुमार साहू ढोलक पर थे। कार्यक्रम में शा.कन्या उ.मा.शाला में विज्ञान केन्द्र एवं बेमेतरा में वनमाली सृजन केन्द्र की स्थापना की विधिवत् घोषणा हुई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। पुस्तक प्रदर्शनी में भी बड़ी भीड़ उमड़ी। दिनेश गौतम के आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।