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बारिश ने पानी-पानी किए छत्तीसगढ़ के जिले; शहरों में भरा पानी, गांवों को संपर्क कटा, हाईवे जाम
प्रदेश के कई जिलों में देर रात से रुक-रुक कर लगातार बारिश जारी
बीजापुर और सुकमा में 7 दिनोे से बारिश, नदियों में जलस्तर बढ़ा
रायपुर- भादो माह में हो रही झमाझम बारिश ने छत्तीसगढ़ के कई जिलों को पानी-पानी कर दिया है। शहर से लेकर गांव तक जलमग्न हैं। शहरों में जहां सड़कों से लेकर घरों तक में पानी भर गया है। वहीं कई गांवों का संपर्क कट गया । सबसे ज्यादा बुरे हालात सुकमा और बीजापुर क्षेत्र में हैं। यहां पिछले सात दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते नदियां-नाले उफान पर हैं। हाईवे पर पानी होने से रास्ता जाम हो गया है।
धमतरी में 24 घंटे से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। शहर के कई इलाकों के जलमग्न हो गए। यहां दोपहर 12 बजे के बाद मौसम खुला। वहीं बांध के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश होने के बाद गंगरेल, दुधावा, सोंढूर, मॉडमसिल्ली में पानी की आवक हो रही है। गंगरेल बांध 55% भर गया है। अन्य सहायक बांध 80% भर गया है।
बिलासपुर में शनिवार रात से बारिश लगातार जारी है। टिकरापारा के मन्नू चौक पूरी तरह से पानी में डूबा हुआ है। सड़कों से लेकर गलियों तक पानी-पानी हैं। लोगों के घरों के बाहर तक घुटने तक पानी भर गया।
बीजापुर मुख्यालय का संभाग मुख्यालय जगदलपुर से संपर्क टूट गया है। नेशनल हाईवे जाम है। कलेक्टर, एसपी और डीएफओ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी भी स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
बिलासपुर में भी शनिवार रात से बारिश लगातार जारी है। टिकरापारा इलाके में लोगों के घरों तक में पानी भर गया है। लोग रविवार दोपहर बारिश कम हुई तो लोग बर्तन लेकर घर से पानी निकालने में जुट गए।
बीजापुर के कड़ेनार में लंकापारा कड़ेनार में 34 से अधिक घर बाढ़ से बह गए। चेरकंटी पटेल में भी 9 घर बाढ़ के चपेट में हैं। ज़िला मुख्यालय टापू बन गया है। मिनगाछल नदी के बाढ़ का पानी नेशनल हाईवे के ऊपर से बह रहा है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित सुकमा जिला मुख्यालय का संपर्क टूटा। कोंटा के चट्टी के मध्य और कोंटा व इंजरम के मध्य रोड पर पानी आ जाने से सड़क मार्ग से संपर्क टूटा। भ्रदाचलम नदी का जल स्तर खतरे के तीसरे निशान से ऊपर पहुंच है।