बेरला क्षेत्र में गुणवत्ता व स्तरहीन विकास कार्य की खुल रही पोल,पीडब्ल्यूडी अंतर्गत निर्माण कार्यो में बड़ी गड़बड़ियां
बेरला:- इन दिनों बेमेतरा ज़िला व बेरला अनुविभागीय लोकनिर्माण विभाग अंतर्गत बेरला विकासखण्ड क्षेत्र में हुए विकास कार्यों की गुणवत्ता की पोल खुलती दिखाई दे रही है।जिसमे ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण की गई सड़को की मजबूती व टिकाऊपन इस बरसाती सीजन में बर्बाद होती नजर आ रही है।जिसका ताज़ा उदाहरण परपोड़ा के लट्टी बाबा पहुंच मार्ग में हुए घटिया निर्माण कार्य व इसके अलावा पूरे बेरला क्षेत्र में दर्जनभर इलाको में निर्माण कार्य से स्पष्ट किया जा सकता है।लिहाजा अब जनता के बीच शासन-प्रशासन के प्रति विश्वसनीयता भी बिखरती व टूटती नज़र आ रही है।
गौरतलब हो कि बेमेतरा विधानसभा अंतर्गत बेरला विकासखण्ड क्षेत्र में पीडब्ल्यूडी विभाग अंतर्गत दर्जनों इलाको में गत वर्ष सड़क का निर्माण हुआ।जिसमें निर्माण के शुरुआत से लेकर अंतिम चरण तक लगातार गुणवत्ता की शिकायत, कार्यो में मनमानी व लापरवाही की बाते सामने आई।जिसकी ज़रा भी परवाह न करते हुए शासन-प्रशासन द्वारा बेधड़क सड़क निर्माण किया।आलम यह रहा कि आज चन्द महीनों के बाद कई सड़कों में बड़े बड़े गड्डे, सड़क का परत दर परत उखड़ना, टूटना, दरार आना साफ नजर आ रहा है।जिसे शासन-प्रशासन द्वारा छिपाने के मकसद से लीपापोती कर कामचलाऊ प्रयास किया जा रहा है।जो कि जनता के हित व कल्याणकारी योजना व मूलभूत सुविधाओं के साथ एक तरह से खिलवाड़ है।
(परपोड़ा के लट्टी बाबा में महीने दिन पूर्व बना पहुंच मार्ग पहली बरसात में उखड़ा, घटिया काम से ग्रामीण नाखुश)
दरअसल विगत हो कि बेरला के परपोड़ा में स्थानीय स्तर पर लट्टी बाबा के लिए एक किलोमीटर से कम दूरी का पहुंच मार्ग का निर्माण करीब 49 लाख रुपए की लागत से पीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया।उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव पूर्व इस गांव में क्षेत्र के प्रसिद्ध लट्ठी बाबा की ख्याति से अवगत स्थानीय विधायक आशीष छाबड़ा ने पहुंच मार्ग में कच्ची सड़क को देखकर पक्की सड़क बनाने हेतु संकल्प लिया था।वही यह सड़क निर्माण उनके महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में से एक था।जिसे चन्द महीने पूर्व ही शासन-प्रशासन के देखरेख में ग्रामीणों की सहूलियत हेतु निर्माण किया।परन्तु आज पहली बारिश के बाद सड़क पूरी तरह जमीदोंज होकर भरभरा रही है।कई जगहों पर दरारे पड़कर सड़क उखड़ रही है।जिसमे गुणवत्ताहीन घटिया मटेरियल दिखाई दे रही है।स्थिति यह है कि ग्राम का यह अब दोबारा निर्माण की गुहार लगा रहा है।ग्रामीणों की माने तो सड़क दूसरे ही दिन से खराब हो गयी थी।सड़क से मटेरियल छूने से बाहर आ रहे थे।इस पर जिम्मेदारों ने ध्यान नही दिया।वही इस गुणवत्ताहीन निर्माण के प्रति जिम्मेदारी शासन-प्रशासन के लोगों पर जांच के उपरांत कई कार्यवाही की मांग भी होने लगी है।इसके अलावा बेरला क्षेत्र के अन्य ग्रामीण इलाकों में भी सड़क निर्माण हुई है जिसकी गुणवत्ता की खबरे सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही है।
पूर्व विधायक अवधेश सिंह ने चिंता व्यक्त की
इस सम्बंध में अवधेश सिंह ने बताया कि ग्राम परपोड़ा के लट्टी बाबा पहुंच मार्ग का निर्माणकार्य तो बस एक झलक है।ऐसे ही पूरे विधानसभा क्षेत्र में भी चल रहा है,जिसमे गुणवत्ता की जांच की जाए तो अधिकांश निर्माण कार्य फैल साबित होंगे।जो बाद में जनता के लिए हानिकारक साबित होगा।हमारे कार्यकाल में भी अनेकों निर्माण कार्य हुआ।जिसमे गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया।जो आज जनता के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।ताज़ा उदाहरण विगत दिनों पूर्व क्षेत्र में आई बाढ़ से समझा जा सकता है।जहां ऐसे जल प्रलय की स्थिति में पूर्ववर्ती कार्यकाल में बने कोदवा-मोहभट्ठा पुल, रांका-बूढाजोंग पुल, भेड़नी पुल, खम्हरिया-रेवे पुल का निर्माण किया गया था।जो आज की विपरीत परिस्थितियों में ब्लॉक व क्षेत्र का संपर्क ज़िला मुख्यालय से लेकर राजधानी तक बना रहा।जिसमे लोगों की आवाजाही भी रही।हमारे कार्यकाल में बने सड़क, पुल जनता को सदैव समर्पित है।
इस सम्बंध में सड़क ठेकेदार-रवि अग्रवाल, बेरला ब्लॉक कांगेस कमेटी अध्यक्ष- रामेश्वर देवांगन,विधायक आशीष छाबड़ा, पीडब्ल्यूडी अधिकारी बेरला -बीएल पटेल द्वारा जवाब नही मिलने पर उनका पक्ष नही मिल पाया।
चूंकि गाँव के लट्टी बाबा से लोगों का आस्था से जुड़ा है।उक्त इलाके में चन्द महीने बाद बने सड़क की पहली बरसात के बाद हुई स्थिति के सम्बंध में ठेकेदार से बात की गई।जिसमें बात करने पर दोबारा पुनर्निर्माण करवाने की बात कही है।गाँव का विकास प्राथमिक है।
सन्तोषी डोमन साहू
(सरपंच-ग्राम पंचायत परपोड़ा)
उक्त मामला आपके माध्यम से संज्ञान में आ रहा है।इस सम्बंध में जानकारी लेकर उचित जांच करवाई जाएगी।
शिव अनन्त तायल
कलेक्टर ज़िला-बेमेतरा