जवाहर मार्केट के निर्माण में देरी, सुविधाएं भी अधूरी ठेका एजेंसी को नोटिस
रायपुर – शहर में स्मार्ट सिटी के काम में लेटलतीफी का प्रतीक बन चुके 16 करोड़ के जवाहर बाजार प्रोजेक्ट की निर्माण एजेंसी को काम में देरी के लिए स्मार्ट सिटी ने नोटिस जारी किया है। ये प्रोजेक्ट दो साल पहले ही बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन अब तक अधूरा है। स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों ने भी माना कि ग्राउंड फ्लोर की दुकानें आवंटित होने के बावजूद बहुत से काम अब तक अधूरे हैं। स्मार्ट सिटी मिशन की गाइड लाइन के अनुसार किसी भी काम में इतनी लेटलतीफी होने पर निर्माण एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने के साथ लागत मूल्य का 6 प्रतिशत पेनाल्टी लेने तक का प्रावधान है। लेकिन गाइडलाइन के विपरीत केवल फिलहाल नोटिस जारी किया गया है। भास्कर को पता चला है कि इस मार्केट में जरूरी सुविधाएं जैसे पार्किंग और टाॅयलेट तैयार नहीं है। इन सबको देखा जाए तो ढांचे के अलावा बाकी मूलभूत कार्यों में 50 फीसदी अब तक अधूरा है। एजेंसी के इस प्रोजेक्ट में कामकाज का तरीका पहले भी सवालों के घेरे में आ चुका है। अधूरा काम होने के कारण गणेश उत्सव के दौरान दुकान शिफ्ट करने वाले दर्जन भर से ज्यादा व्यवसायी ओपनिंग नहीं कर पाए। ज्यादातर दुकानदार विस्थापन के बाद से रोटी रोजी के संकट से गुजर रहे हैं। वहीं अब दुकान लेने के बाद भी काम शुरु नहीं होने के कारण भविष्य को लेकर गहरी चिंता में है।
“देरी के लिए ठेका एजेंसी को नोटिस दिया है। जरूरी हुआ तो पेनाल्टी का नोटिस भी देंगे और 6 प्रतिशत फाइन वसूल करेंगे।”
-एसके सुंदरानी, जीएम स्मार्ट सिटी