इस एक माह में खरीदी के लिए 25 दिन शुभ, सर्वार्थ सिद्धि से पुष्य नक्षत्र जैसे कई दुर्लभ संयोग मिलेंगे
रायपुर – अधिक मास 18 सितंबर से शुरू हो रहा है। इस महीने की महत्ता का जिक्र कई शास्त्रों में मिलता है। माना गया है कि इस एक महीने में शुभ कार्यों का फल कई गुना अधिक मिलता है। अधिमास में मांगलिक यानी विवाह, गृह प्रवेश आदि कार्यों को छोड़ बाकी किसी कार्य के लिए मनाही नहीं है। पूरे महीने में 25 दिन खरीदारी के लिए शुभ हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक इनमें से 15 दिन तो काफी महत्वपूर्ण हैं। अधिक मास में संपत्ति में भी निवेश किया जा सकता है। ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे के मुताबिक 18 सितंबर से 16 अक्टूबर तक चलने वाले अधिकमास में 21, 30 सितंबर, 1, 5 और 16 अक्टूबर को छोड़ बाकी सभी दिन शुभ ही रहेंगे। इन दिनों में भगवान की भक्ति और धार्मिक अनुष्ठान का पूर्ण फल तो मिलेगा ही, साथ ही खरीदारी आदि के लिए भी दिन बहुत शुभ रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान किसी भी तरह की खरीदारी के लिए कोई मनाही नहीं है। अधिकमास में सबकुछ खरीदा जा सकता है। केवल स्थायी संपत्ति खरीदते या बुक करते समय कागजी कार्यवाही और कानूनी चीजों का ध्यान रखना चाहिए। ज्वेलरी, वाहन से लेकर कपड़े आदि सभी खरीदे जा सकते हैं।
किस दिन क्या करें जानिए मुहूर्तों के बारे में
वाहन खरीदी
- सितंबर: 19, 20, 27, 28, 29
- अक्टूबर: 4, 10 और 11 तारीख
ज्वेलरी खरीदी
- सितंबर: 18, 19, 22, 26 तारीख
- अक्टूबर: 2, 3, 7, 8 ,15 तारीख
कपड़ों की खरीदी
- सितंबर: 18, 22 और 26 तारीख
- अक्टूबर: 2, 7, 8 और 15 तारीख
रोका-सगाई
- सितंबर: 18, 26 तारीख शुभ दिन
- अक्टूबर: 7, 15 तारीख महत्वपूर्ण
इलेक्ट्राॅनिक व मशीनरी
- सितंबर: 19, 20, 27, 28, 29
- अक्टूबर: 4, 10 और 11 तारीख
यज्ञ, हवन व अनुष्ठान
- सितंबर: सिर्फ एक दिन 26 तारीख
- अक्टूबर: 1, 4, 6, 7, 9, 11, 17
18 सितंबर से 16 अक्टूबर के बीच किस दिन कौन सा संयोग बन रहा है और इनके क्या फायदे
सर्वार्थसिद्धि योग: यह हर कार्य में सफलता दिलाता है। 26 सितंबर, 1, 4, 6, 7, 9, 11, 17 अक्टूबर को यह योग रहेगा।
द्विपुष्कर योग: इस योग में किए गए किसी भी कार्य का दोगुना फल मिलता है। 19 एवं 27 सितंबर को द्विपुष्कर योग रहेगा।
अमृतसिद्धि योग: इस योग में किए गए कार्यों का शुभ फल दीर्घकालीन होता है। 2 अक्टूबर को अमृत सिद्धि योग रहेगा।
पुष्य नक्षत्र: इस दिन कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। अक्टूबर में 10 को रवि पुष्य, 11 को सोम पुष्य नक्षत्र रहेगा।
व्यापारिक सौदों के लिए ये मुहूर्त: 19 एवं 27 सितंबर को द्विपुष्कर योग के कारण बड़े व्यापारिक सौदों के लिए दिन काफी लाभप्रद रहेगा। इसके अलावा 21 सितंबर और 6 अक्टूबर को भी नए व्यापारिक सौदों के लिए अच्छा योग बन रहा है।
नोट
इस मास के दौरान हिंदू धर्म के विशिष्ट व्यक्तिगत संस्कार जैसे नामकरण, यज्ञोपवीत, विवाह और सामान्य धार्मिक संस्कार जैसे गृह प्रवेश आदि नहीं किया जा सकता है।