कबीरधाम : नाबालिक का गुपचुप हो रहा था बाल विवाह, प्रशासन की टीम से छुप ना सकी शादी, सीधे विवाह घर में पहुंची अधिकारियों की टीम
कबीरधाम। लॉकडाउन का फायदा उठाकर परिजन नाबालिक बालिका की शादी गुपचुप तरीके से रचा रहे थे। लेकिन यह शादी सजग प्रशासन की टीम से छुप ना सकी।
दरअसल, यह पूरा मामला ग्राम कोइलारीकापा का है, जहां पर परिजन गुपचुप तरीके से नाबालिग बालिका की शादी करा रहे थे। सूचना मिलने पर तत्काल महिला एवं बाल विकास विभाग जिला बाल संरक्षण इकाई, पुलिस विभाग, महिला सेल पुलिस एवं ग्राम पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति के सदस्यों की टीम ने संयुक्त रूप से बालिका के घर पहुंची।
बता दे कि प्रशासन की टीम ने बालिका की शैक्षणिक अंकसूची का परीक्षण किया, जिसके अनुसार बालिका की उम्र 17 वर्ष 10 माह है। बालिका की उम्र बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत् विवाह योग्य उम्र से कम है। टीम द्वारा बालिका की विवाह 18 वर्ष होने के के बाद विवाह करने के लिए बालिका एवं उनके परिजनो को समझाइस दिया गया। जबरन बालिका की शादी कराए जाने पर कानूनी कार्यवाही की बात भी बताई और जल्दी शादी कर देने से लड़की के जीवन में होने वाले परेशानियों को भी परिजनों को समझाया। दोनों पक्षों को समझाइश दी गई और पंचनामा तैयार कर यह बाल विवाह रोकने में सफलता हासिल की गई। इस दौरान प्रशासन की टीम ने सोशल डिस्टेंसिंग का भरपूर पालन किया। साथ ही लोगों को टीकाकरण के लिए भी जागरूक किया।
इस बाल विवाह को रोकने के दौरान राजेन्द्र गेंदले, बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी एवं परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा परियोजना पण्डरिया, रमा कोष्टी प्रभारी महिला सेल पुलिस, सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी, भारती पाल पर्यवेक्षक, सुरेश साहू, सामाजिक कार्यकर्ता जिला बाल संरक्षण इकाई, पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति के सभी सदस्य एवं थाना पण्डातराई की टीम उपस्थित थे।