दीपका कोयला खदान में विवाद, ऑपरेटर ने कोयला लिफ्टर पर धारदार हथियार से किया वार, जानियें पूरा विवाद
गेवरा दीपका : एसईसीएल की मेगा माइंस दीपका खदान में कोयला लिफ्टर और डम्पर ऑपरेटर के बीच आपसी विवाद का मामला सामने आया है। इस विवाद में एक ने दूसरे पर धारदार हथियार से वार कर दिया। घायल कोल लिप्टर को गेवरा के NCH अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया है।
दरअसल, दीपका खदान में कोयला लिफ्टर प्रति लोडिंग के लिए 15 सौ रुपए से लेकर 2 हजार रु. तक डंपर ऑपरेटर कोयला गिराने के लेते हैं। इस मामले की शिकायत पहले भी कई बार की जा चुकी है लेकिन पुख्ता सबूत नहीं होने की वजह से कोई कार्यवाही नहीं होती।
वही, मंगलवार देर रात 2.30 बजे बेहतर क्वालिटी का कोयला गिराने को लेकर विवाद हो गया कोयला लिफ्टर और डंपर ऑपरेटर आपस में भिड़ गए। यह विवाद उच्च क्वालिटी के कोयले को गिराने को लेकर ही हुआ। बताया जा रहा है कि कोयला लिफ्टर के द्वारा आपस में बातचीत करके उच्च क्वालिटी का कोयले को गिराने की बात तय की गई थी। किसी बात पर कोयला लिफ्टर ने नाराजगी जताई तो डंपर ऑपरेटर के साथ खदान में भिड़ गए और फिर हंगामा हो गया। उस घटना में मारपीट और धारदार हथियार से घायल करने की खबर आई ।घायल कोयला दलाल को गेवरा एनसीएच अस्पताल में इलाज कराया गया है। जहां उसके पीठ में गहरे घाव के निशान दिखाई दे रहे हैं जो किसी धारदार हथियार से वार किया गया है पूरे मामले की शिकायत पुलिस को भी सूचित किया गया
कोयला लिफ्टर कुणाल ने बताया –
जब इस मामले में कोल लिफ्टर कुणाल से पूछा गया तो उसने बताया कि यह जो पैसे हैं, वे जीएम स्तर के अधिकारियों को भी जाता है इसकी शिकायत हमने कई बार की है, लेकिन जीएम स्तर के अधिकारी का कहना है कि जो सिस्टम है। उसको फॉलो करना पड़ेगा नहीं तो आपको कोयला नहीं मिलेगा।
डंपर ऑपरेटरों ने कहा बदनाम करने की साजिश हो रही है-
साथ ही डंपर ऑपरेटरों ने बताया कि यह कोयला दलालों का आपसी विवाद था। इसमें डंपर ऑपरेटर की कोई भूमिका नहीं है। आपस में ही कोयला गिराने को लेकर उलझ गए और मामला पुलिस तक पहुंच गया। कोल लिप्तरो के बीच का विवाद में डंपर ऑपरेटर को फ़साने की कोशिश जा रही हैं। सब बेबुनियाद और झूठी कहानी गढ़ी जा रही है