कबीरधाम : राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले श्री राम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता का हिस्सा हो सकतें है जिलावासी, बस करना होगा इतना सा काम …
कबीरधाम। लराष्ट्रीय कवि संगम के तत्वाधान में श्री राम वन गमन क्षेत्र में सन 2022 में एक यात्रा और हर यात्रा में कवि सम्मेलन का आयोजन होना है। यह यात्रा श्रीलंका से निकलकर श्री राम जी के गृह अयोध्या धाम तक होगी। यह यात्रा छत्तीसगढ़ में भी जहाँ श्री राम जी ने जहां-जहां अपना वन क्षेत्र में रहे हैं वहां से गुजरेगी।
इस महान यात्रा को यशस्वी बनाने के लिए श्री राम काव्य राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन देश भर में किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर जो कविता श्रेष्ठ रहेगी, उसे 31000 रुपये, 21000 रुपये तथा 11000 रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य में जो प्रतिभागी प्रतियोगिता में प्रथम आएंगे उन्हें भी 5100 रुपये, 3100 रुपये तथा 2100 रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
यह प्रतियोगिता जिला स्तर में भी आयोजित की जाएगी। जिला स्तर में भी प्रतिभागियों को आकर्षक पुरस्कार दिया जाएगा। इस निमित्त राष्ट्रीय कवि संगम कबीरधाम जिला इकाई के द्वारा बैठक का आयोजन किया गया। साथ ही इस प्रतियोगिता के लिए प्रदेश संयोजक देवेंद्र परिहार के द्वारा कवर्धा जिला आयोजन के लिए संयोजक उमेंद निर्मलकर को बनाया गया है।
जिला स्तर पर जिला इकाई के द्वारा बैठक आयोजित किया गया ताकि अधिक से अधिक प्रतिभागी प्रतियोगिता में भाग ले सकें और आने वाले समय में यहां के प्रतिभागी राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम अंकित करा सकें। वही, प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को निःशुल्क पंजीयन के लिए 10 अगस्त तक समय निर्धारित किया गया है।
इस कार्यक्रम की तिथि की जानकारी अलग से दी जावेगी। सभी प्रतिभागी अपना पंजीयन उमेंद कुमार निर्मलकर 9691663078, अभिषेक पाण्डेय मो. 9926495023 से करा सकते है। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी वही काव्य रचना प्रस्तुत कर सकते हैं, जिसमें प्रभु श्री राम की महिमा का वर्णन हो। प्रतिभागियों के द्वारा किसी भी कवि या रचनाकार की कविता प्रस्तुत किया जा सकता है। शर्त यही रहेगा कि वह काव्य रचना भगवान श्री राम की महिमा बताती हो। इसमें प्रतिभागी स्वयं लिखित कविता का पाठ नहीं कर सकता।
इस बैठक में जिला अध्यक्ष दिनेश ठाकुर, जिला संयोजक बृज किशोर पांडेय, जिला सचिव अभिषेक पाण्डेय, जिला काव्यपाठ प्रतियोगिता संयोजक उमेंद कुमार निर्मलकर एवं अन्य कवि संगम संगठन के सदस्य उपस्थित थे।