कबीरधाम : मूसलाधार बारिश ने ग्रामीण के मकान को मलबे में किया तब्दील, जिला प्रशासन से लगाई मदद की गुहार, व्यवस्था पर उठे कड़े सवाल …
कबीरधाम। पिछले एक सप्ताह से प्रदेश पर इंद्रदेव मेहरबान है, जिसकी वजह से ऐसा कोई जिला नहीं है, जहां पर बारिश नहीं हो रही हो। वही मूसलाधार वर्षा से किसानों के चेहरे पर मुस्कान निखर आई हैं।
लेकिन बारिश की वजह से कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों के लिए मुसीबत आन पड़ी है। प्रदेश के कई स्थान ऐसे हैं, जहां पर बारिश का पानी भर गया है। लोग बेघर से हो गए हैं और उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। नदी नाले उफान पर हैं यहां तक की राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बंद किया गया है।
बता दे कि कबीरधाम जिला के सहसपुर लोहारा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम टाटीकसा कामता साहू नामक ग्रामीण का कच्चा मकान बारिश की वजह से ढह गया। ग्रामीण अपनी दो बेटियों के साथ मकान में निवास करता था और अब उसके सर से छत हट गई है।
कामता साहू ने बताई आपबीती –
कामता साहू ने बताया कि रात के समय उसका परिवार खाना खाने के बाद आराम कर रहा था। मध्य रात्रि मूसलाधार बारिश की वजह से उसका कच्चा मकान ढह गया। एकाएक हादसा होने की वजह से उसे समझ नहीं आया कि अब क्या करें?
वही, कामता का मकान मलबे में तब्दील हो चुका है। इस स्थिति में उसने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। ताकि उसे रहने के लिए एक सुरक्षित स्थान मिल सके और प्रशासन उसके घर को वापस से निर्माण करने में मदद करें।
बातों बातों में कामता साहू ने यह भी बताया कि 2011 में पीएम आवास योजना के लिए उसके परिवार की गणना हुई थी लेकिन अब तक कुछ हो ना सका। कामता का नाम आने के बावजूद अब तक उनके लिए पक्का मकान नहीं बन सका है। यह जिला प्रशासन के कार्यों पर सवाल खड़ा करता है।
जिले का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि ऐसे कई किसान यहां पर है, जिनका नाम पीएम आवास योजना के लिए आया तो और उन्होंने मकान बनाना भी चालू किया पहली किस्त भी मिली लेकिन दूसरी और तीसरी कोई क़िस्त अब तब तक नहीं मिली, जिसकी वजह से उनका मकान अधूरा रह गया और बारिश के समय उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
अब इसे जिला प्रशासन की उदासीनता नहीं कहेंगे तो और क्या कहेंगे यहां पर लगातार बारिश ने लोगों का जीना दुश्वार कर रखा है। प्रशासन को जल्द से जल्द लोगों तक मदद पहुंचानी होगी।