नई दिल्ली

BREAKING : उत्तराखंड में जल सैलाब, अब तक 17 की मौत और करीब 100 लोग फंसे, जारी है रेस्क्यू

डेस्क। उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामगढ़ गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है। राज्य आपात संचालन केंद्र के मुताबिक नैनीताल जिले में बीती रात हुई बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। बादल फटने से कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची है। बचाव कार्य जारी है। घायलों को मलबे से निकाल कर बचा लिया गया है।

आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव का कहना है कि नैनीताल और उधम सिंह नगर में चल रहे बचाव कार्यों को तेज करने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टरों को तैनात किया जाएगा। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक़ रामनगर-रानीखेत मार्ग स्थित लेमन ट्री रिजॉर्ट में करीब 100 लोग फंस गए। वे सभी सुरक्षित हैं और उन्हें बचाने की प्रक्रिया जारी है। नदी के ओवरफ्लो होने से कोसी नदी का पानी रिजॉर्ट में घुसा, रिजॉर्ट का रास्ता बंद हो गया है।

एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि नैनीताल जिले के रामगढ़ गांव में जहां बादल फटा था वहां से कुछ घायलों को बचा लिया गया है। अभी कितने लोग मलबे में दबे हो सकते हैं इसकी कोई वास्तविक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है। वहीं नैनीताल झील ओवरफ्लो होने के चलते नैनीताल की सड़कों पर पानी भर गया है। इमारतों और घरों में भी जलभराव देखा जा रहा है। क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही है।

खतरे के निशान के ऊपर पहुंचा गंगा का जलस्‍तर –

पिछले 2 दिनों से पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्‍तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। गंगा अपने खतरे के निशान 294 मीटर से 0.35 मीटर ऊपर 294.35 मीटर पर बह रही है। गंगा के बढ़ते जलस्‍तर के चलते हरिद्वार में गंगा के निकटवर्ती क्षेत्रों को अलर्ट कर दिया गया है।

लेमन ट्री रिसोर्ट में कोसी नदी का पानी घुसा, 100 लोग फंसे –

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया उत्तराखंड के रामनगर से रानीखेत जाने वाले मार्ग पर मोहान में लेमन ट्री रिसोर्ट में कोसी नदी का पानी घुसने से करीब 100 लोग फंसे हैं। ये सभी लोग सुरक्षित हैं और उनको वहाँ से रेस्क्यू करने के प्रयास जारी हैं।

कोसी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर –

कोसी नदी में पानी बढ़ने से रामनगर के गर्जिया मंदिर को खतरा पैदा हो गया। पानी मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गया है। वहीं बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं। कोसी बैराज पर कोसी नदी का जलस्तर 139000 क्यूसेक है, जो खतरे के निशान से काफी ऊपर है। कोसी बैराज में खतरे का निशान 80000 क्यूसेक है।

उधर, हल्द्वानी में गोला नदी उफान पर आने से नदी पर बना अप्रोच पुल टूट गया, जिसके कारण वहां आवाजाही बंद हो गई है। टनकपुर में शारदा नदी के उफान से क्रशर मार्ग ने नाले का रूप ले लिया है। मंगलवार की सुबह गोला नदी का जलस्तर 90 हजार क्यूसेक पार हो गया, जिससे अप्रोच पुल टूट गया। सूचना पर प्रशासन और एनएचएआई के अधिकारियों ने सड़क का जायजा लिया। नदी का जलस्तर बढ़ने से गोला बैराज को खतरा पैदा हो गया है। बारिश के कारण नाला भी उफान पर आ गया जिससे नाले के किनारे बना एक मकान बह गया। उधर, नैनीताल में भारी बारिश से कई जगह पानी भर गया है।

Ashok Kumar Sahu

Editor, cgnewstime.com

Ashok Kumar Sahu

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