छत्तीसगढ़ बड़ी खबर : आश्रम के सेवादारों ने किशोरी को जलती लकड़ी से पीटा, 3 गिरफ्तार

महासमुंद/बागबाहरा। आश्रम के सेवादारों ने मामूली विवाद के चलते एक किशोरी के साथ जलती लकड़ी से मारपीट की। जिससे नाबालिग गंभीर रुप से घायल हो गई। बुधवार को उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जय गुरुदेव मानस आश्रम पतेरापाली के आश्रम संचालक रमेश ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बागबाहरा पुलिस ने तीनों आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों के खिलाफ हत्या का प्रयास के तहत जुर्म दर्ज कर विवेचना में लिया है।
सेवादारों ने किशोरी को जलती लकड़ी से पीटा, तीन गिरफ्तार –
पुलिस के अनुसार 28 फरवरी को अभनपुर निवासी मनीष सिन्हा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 24 फरवरी को जय गुरुदेव मानस आश्रम पतेरापाली के सेवादारों नरेश पटेल, भोज राम साहू और राकेश दीवान ने उसकी नाबालिग छोटी बहन के साथ गाली गलौज करते हुए शरीर को आग से जला कर गंभीर रूप से घायल कर फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल बालिका को बागबाहरा के चंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया ।
कलार समाज ने आश्रम व संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की –
नाबालिग के साथ बागबाहरा के पतेरापाली स्थित जय गुरुदेव मानस आश्रम में हुए अत्याचार के खिलाफ कलार समाज गुस्से में है। समाज का एक प्रतिनिधिमंडल महासमुंद पुलिस अधीक्षक से मिला। उन्होंने आश्रम और संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी। समाज के जिलाध्यक्ष नीरज गजेंद्र ने कहा कि तीन आरोपितों की गिरफ्तारी तो हुई है, लेकिन आश्रम की गतिविधियों का खुलासा नहीं हुआ है। उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए पुलिस प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया कि कहीं आश्रम में लोगों की धार्मिक आस्था का नाजायज लाभ तो नहीं लिया जा रहा है। उपचार के नाम पर ऐसे कितने लोगों को आश्रम के भीतर रखा गया है।
समाज के जिला संरक्षक ईश्वर सिन्हा ने बताया कि 17 साल की इस नाबालिग बेटी के मुंह में न सिर्फ जलती हुई लकड़ी को डाला गया है, बल्कि अंगिठी से पीट-पीटकर लड़की के अंगों को दागा गया है। कलार समाज ने प्रशासन से पीड़िता के मुफ्त इलाज की व्यवस्था का आग्रह किया। प्रतिनिधि मंडल में समाज के जिला उपाध्यक्ष उमेश नशीने, जिला निर्वाचन अधिकारी और अधिवक्ता धर्मेंद्र डड़सेना, सह सचिव भूपेंद्र डड़सेना आदि शामिल रहे।
मालूम हो कि कलार समाज अभनपुर की नाबालिग लड़की को झाड-फूंक के बहाने पतेरापाली के उक्त आश्रम में रोककर सेवादारों ने अत्याचार किया है। लड़की और उसके स्वजनों को जान से मारने की धमकी और डरा-धमकाकर पुलिस में रिपोर्ट लिखाने से रोका गया। लड़की की हालत नाजुक हुई तब अस्पताल में दाखिल किया गया। पूरे मामले में अनेक संदेहों के साथ सवाल खड़े हुए हैं। आश्रम और संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पर प्रतिनिधिमंडल ने एसपी को ज्ञापन सौंपा है। एसपी ने आश्वस्त किया कि किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा और उच्चाधिकारी की अगुवाई में आश्रम की गतिविधियां जांची जाएगी।