छत्तीसगढ़ पुराण- शंकराचार्य महाराज जी का कल दिव्य पदार्पण, 2 पुराणों का करेंगे वाचन, सनातनियों को मिलेगा कथा श्रवण करने का लाभ

छत्तीसगढ़/रायपुर। ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु श्रीश्री शंकराचार्य जी स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती जी महाराज ‘1008’ कल 6 अप्रैल से छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहेंगे।
शंकराचार्य जी के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने बताया कि पूज्यगुरुदेव महाराज जी 6 अप्रैल को श्रीविद्या मठ काशी से सड़क मार्ग होते हुए गुरुवार को प्रयागराज विमानतल पहुँचेंगे, जहां नियमित विमान से वायु मार्ग होते हुए रायपुर विमानतल पहुँचेंगे व सड़क मार्ग से रायपुर शहर मोवा स्थित बालाजी हॉस्पिटल एकता चौक के पास भूपेंद्र शर्मा के निवास पहुँच भक्तों को दिव्यदर्शन देंगे और रात्रि विश्राम करेंगे।
छत्तीसगढ़ में दो पुराणों का करेंगे वाचन, सनातनियों को मिलेगा कथा श्रवण करने का लाभ –
शंकराचार्य महाराज सड़क मार्ग होते हुए बालोद जिला के
जामडी पाटेश्वर धाम पहुँचेंगे, जहां ब्रह्मचारी रामबालक दास जी महाराज के आयोजन से आयोजित ब्रह्मवैवर्त पुराण का शुभारंभ किया जाएगा। 7 अप्रैल से 13 अप्रैल तक निरंतर शंकराचार्य जी महाराज कथा व्यास पर विराजमान होकर कथा श्रवण कराएंगे।
शिवपुराण कथा श्रवण करने का मिलेगा लाभ –
वही, शंकराचार्य महाराज का अगला शिव महापुराण कथा वाचन छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिला स्थित सपाद लक्षेश्वर धाम में करेंगे। यह एशिया के सबसे बड़ा नव निर्माणाधीन सवा लाख शिवलिंग मंदिर परिसर हैं। शिव महापुराण की कथा 13 अप्रैल से 20 अप्रैल तक होगी। इसका आयोजन ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद और सम्पूर्ण बेमेतरा वासियों द्वारा किया गया हैं। शंकराचार्य कथा व्यास पर विराजमान होकर अपने श्रीमुख से शिव महापुराण की कथा सुनाएंगे।
बताते चलें कि शंकराचार्य महाराज को छत्तीसगढ़ अति प्रिय है। छत्तीसगढ़ निवासी भी शंकराचार्य को अपने पास पाकर धन्य सा महसूस करते हैं। उनके श्रीमुख से महापुराण कथा श्रवण करना भक्तों को पुण्य का अनुभव कराते हैं।