
रायपुर। भाजपा, बिलासपुर पुलिस की हिरासत में लिए गए वेब पोर्टल संचालक सुनील नामदेव के बचाव में सामने आई है। सांसद संतोष पांडेय तथा मुख्य प्रवक्ता विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने प्रदेश सरकार पर इरादतन साजिश रचकर पत्रकारों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को एकात्म परिसर में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर सुनील की पत्नी मनमीत कौर नामदेव ने प्रताड़ना की घटना को विस्तार से बताया।
सांसद पांडेय ने कहा कि ईडी के छापों व जांच कार्रवाइयों के तथ्य प्रदेश के सामने रख रहे पत्रकार सुनील नामदेव के जेब में ड्रग्स की पुड़िया डालकर षड़यंत्रपूर्वक फंसाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सुनील नामदेव को जेब में ड्रग्स की पुड़िया प्लांट करके जिस मामले में गिरफ्तार किया है, वह पूरा मामला नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को सौंपा जाए। सांसद पांडेय ने मांग की कि प्रदेश सरकार पत्रकार और परिजनों के साथ इंसाफ करे।
विधायक, मुख्य प्रवक्ता चंद्राकर ने कहा कि आपातकाल लगाकर सेंसरशिप लागू करने वाली पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने भी कभी इस तरह किसी पत्रकार को षड्यंत्र करके नहीं फंसाया, जिस तरह का कृत्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया है। कांग्रेस शासनकाल (2000-2003) के दौरान पत्रकार राजनारायण मिश्र के साथ भी क्या हुआ था, पूरा प्रदेश यह जानता है।
उन्होंने कहा कि सीएम बघेल आपातकाल लगाने वाली इंदिरा गांधी से भी आगे निकल चुके हैं। आज छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लोग कानून से ऊपर हैं। विरोधी राजनीतिक नेताओं, पत्रकारों से लेकर आम जनता के साथ कभी भी कोई भी षड्यंत्र हो सकता है।
मनमीत कौर नामदेव ने पूरे घटनाक्रम का सच सामने रखा और बताया कि किस तरह उनके पति को पड्यंत्रपूर्वक फंसाया गया है। दो साल से उनके साथ शासन-प्रशासन अत्याचार कर रहा है, उनके पति को हिरासत में रखा गया है, उनका घर तुड़वा दिया गया। घटनाक्रम बयां करती नामदेव भावुक हो गई थीं। प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू माजूद रहे।