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दुष्कर्म नहीं कर पाए तो नाबालिग पर मिट्‌टीतेल छिड़क आग लगा दी, मौत

बेमेतरा-दाढ़ी थाने के अंतर्गत गांव में नाबालिग से दुष्कर्म की कोशिश और फिर मिट्‌टीतेल डालकर जलाने जैसी घटना सामने आई है। आरोपियों ने पहले दुष्कर्म की कोशिश की, पीड़िता जब चीखने-चिल्लाने लगी तो आरोपियों ने पहचान उजागर होने के डर से उस पर मिट्‌टीतेल डालकर आग लगा दी। घटना के एक दिन बाद मजिस्ट्रियल बयान में पीड़िता ने दो युवकों का नाम बताया है। इनमें से एक नाबालिग है। वहीं 24 जून की सुबह पीड़िता की डीकेएस अस्पताल रायपुर में मौत हो गई।
दाढ़ी थाना के अंतर्गत आने वाले गांव की यह घटना 22 जून की दोपहर करीब 3 बजे की है। पुलिस के मुताबिक दूसरे आरोपी का नाम शरद जायसवाल बताया जा रहा है। दुष्कर्म का प्रयास सफल नहीं होने पर दोनों आरोपियों ने नाबालिग लड़की पर मिट्टीतेल छिड़क कर आग लगा दी। रायपुर गोल बाजार थाने में जीरो में अपराध कायम कर मृतका के शव को पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। दाढ़ी थाना प्रभारी सुरेश कश्यप ने बताया कि आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। जांच जारी है। आश्चर्यजनक यह भी है कि लगभग 1500 की आबादी वाले गांव में बच्ची के चीखने-चिल्लाने की आवाज किसी ने नहीं सुनी। घटना बच्ची के घर से महज 200 मीटर की दूरी में होना बताया जा रहा है। अब दाढ़ी पुलिस पीएम रिपोर्ट, पंचनामा व मृत्युपूर्व बयान का इंतजार कर रही है।
पीड़िता 90 फीसदी जल चुकी थी: दाढ़ी थाना प्रभारी सुरेश कश्यप ने बताया कि आग से पीड़िता 90 प्रतिशत जल चुकी थी। घटना के बाद देर शाम परिजनों को जानकारी हुई। उसे बेमेतरा जिला अस्पताल इलाज के लिए भर्ती किया गया। मरीज की हालात को देखते हुए जिला अस्पताल बेमेतरा में प्राथमिक उपचार के बाद उसे 22 जून की देर रात ही डीकेएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। डीकेएस हॉस्पिटल में 23 जून को दोपहर में गोलबाजार थाने ने बयान के लिए प्रतिवेदन दिया। जिसके बाद नाबालिग पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिए बयान में बताया कि गांव के ही 2 युवकों ने पहले दुष्कर्म का प्रयास किया है।
दुष्कर्म के प्रयास के साथ पॉक्सो के तहत मामला दर्ज : पुलिस के मुताबिक गोलबाजार थाने में शून्य पर अपराध दर्ज हुआ है। यह केस दाढ़ी थाने को भेजा जाएगा। इसके साथ ही पीड़िता के मृत्युपूर्व बयान को भी भेजा जाएगा। मामले में फिलहाल दुष्कर्म का प्रयास, हत्या का प्रयास व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को घटना स्थल से 5 लीटर का एक डिब्बा मिला है, जिसमें लगभग एक लीटर मिट्‌टीतेल बचा हुआ है। हालांकि, यह डिब्बा आरोपियों ने कहां से लाया और यह मौके तक कैसे पहुंचाया गया, इस सवाल के जवाब पुलिस के पास नहीं है।
दो थे, पहले जबरदस्ती की, नहीं कर सके तो जला दिया
पीड़िता के बयान के लिए पहले पुलिस ने बेमेतरा जिला अस्पताल के डॉक्टर्स से पूछा तो उन्होंने साफ कह दिया कि पीड़िता उस हालत में नहीं है कि बयान दे सके। उसके प्राथमिक उपचार के बाद उसे रायपुर डीकेएस भेज दिया गया। अगले दिन 23 जून को एक बार फिर स्थानीय पुलिस ने डॉक्टर्स से बयान की अनुमति मांगी, जिस पर डीकेएस के डॉक्टर्स ने मजिस्ट्रियल बयान की सहमति दी। इस पर मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि वह बकरी चराने गई थी। इसी दौरान दो लड़के आए। उसे जमीन पर गिरा दिया और उससे जबरदस्ती करने लगे। वह छुड़ाने की कोशिश करने लगी और चीखने लगी। ऐसे में युवक जबरदस्ती नहीं कर पाए। लेकिन ऐसा नहीं कर पाने के कारण उन्होंने गाली-गलौज की। युवक बात करने लगे कि उनकी पहचान उजागर हो जाएगी। ऐसे में युवकों ने उस पर मिट्‌टीतेल डालकर आग लगा दी।

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