36 मजदुरों को रोजगार दिलाने के नाम पर झाशा देकर लेजाया गया था, आंध्रप्रदेश के चित्तुर मेें, कबीरधाम की रेश्क्यु टीम ने बंधन से आजाद कराई
कवर्धा– कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लाॅक में ग्राम अमनीया व घोघरा गांव से शिकायत लेकर पहुंचे बैगा आदिवासियों ने जिला कप्तान को बताया कि हमें गांव के ही गुडडु नामक व्यक्ति ने रोजगार दिलाने के नाम पर हमें आंध्रप्रदेश के चित्तुर में ले गया जहां जुश बनाने वाली कम्पनी को सौंप दिया गया जो हमसे लगातार कार्य लेता रहा व शोषण करता रहा जैसे ही हम गांव जाने की बात कहते वे लेाग हमसे मारपीट करते थे हमने तो चोरी छुपके जान बचाकर आप तक पहंुुचे हैं, बाकि बचे 26 मजदुरों को बंधक बनाकर रखा गया है उनकी जान खतरे में है साहब उन्हें भी आजाद करवा दिजीये।
इसकी शिकायत मिलते ही जिला पुलिस कप्तान डाॅ लाल उमेंद सिंह ने तुरंत हरकत में आते ही एक रेस्क्यु टिम गठीत की व तत्काल बंधक बनाये गये आदिवासी को आजाद करने के लिए आंध्रप्रदेश के चित्तुर भेजा गया। लगभग पांच दिन की कडी मश्कक्त से उन 26 मजदुरों को सुरक्षित छुडा लिया गया व उनकी मेहनताना 5 लाख 64 हजार नगद भी उन मजदुरों को रेश्क्यु टीम द्वारा जुश कम्पनी से दिलवाया गया। इस पूरी टास्क में लगातार कलेक्टर कबीरधाम अवनिश शरण व जिला पुलिस कप्तान डाॅ लाल उमेंद सिंह रेश्क्यु टीम को मार्गदर्शन देते रहे इस पूरी घटना को एक बड़ी कामयाबी की नजरों से देखा जा रहा है।