गेवरा/दीपका : क्या मरीज की जान जाने पर खुलेगी की आंखें ?, एंबुलेंस ड्राइवर और ठेकेदार की मनमानी से कोल कर्मी परेशान, जानियें क्या है पूरा मामला

गेवरा/दीपका। प्रगति नगर डिस्पेंसरी में लगी एम्बूलेंस मनमानी को लेकर इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। रोजाना मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
दरअसल, दीपका एरिया के BKKMS ट्रेड यूनियन के वेलफेयर मेंबर लवलेश भार्गव ने दीपका SECL महाप्रबंधक को प्रगति नगर डिस्पेंसरी में लगी एंबुलेंस की मनमानी की शिकायत की है। शिकायत पत्र में बताया गया किप्रगतिनगर डिस्पेंसरी में ठेके पर लगी एंबुलेंस का ड्राइवर और ठेकेदार मनमानी ढंग से कार्य कर रहे हैं, यहां तक वे डॉक्टरों की भी बात नहीं सुनते।
मंगलवार को माइनिंग सरदार आशुतोष जायसवाल की माता जी को एमरजेंसी में अपोलो रेफर किया गया था, पर डॉ. यू.पी. सिंह के बोलने के बाद 3 घंटे तक इंतजार करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई। आखिरकार एन.सी.एच. से एम्बूलेंस मांगकर मरीज को भेजा गया। यह लापरवाही का कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि रोजाना यही हाल है।
संगठन ने SECL महाप्रबंधक से मांग की है कि एंबुलेंस को डिस्पेंसरी से तुरंत हटाया जाए और ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किया जाए। वही, उसकी जगह दूसरी एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। अन्यथा इस प्रकार की लापरवाही से किसी मरीज की जान भी जा सकती है, जिसका जिम्मेदार प्रबंधन होगा।