रास्ते चलते राहगीरों को रोक कर यातायात जागरूकता पाम्पलेट दिया गया
यातायात सप्ताह पुलिस का जागरूकता अभियान
यातायात के अधिकारियों द्वारा पेंटर बुलाकर बिना नम्बर वाहनों में नम्बर लिखवाया गया
रास्ते चलते राहगीरों को रोक कर यातायात जागरूकता पाम्पलेट वितरण किया गया
कवर्धा- पुलिस अधीक्षक डाॅ लाल उमेद सिंह के निर्देशन में दुर्घटनाओं पर रोक लगाने जिला कबीरधाम यातायात पुलिस द्वारा पूरे जिले में यातायात जागरूकता अभियान सप्ताह का आयोजन किया गया है। यातायात सप्ताह आम नागरिकोें को दुर्घटनाओं से बचाने यातायात नियमों को जन-जन तक पहुंचाने सड़क दूर्घटनाओं में कमी लाने यातायात पुलिस द्वारा सभी थाना क्षेत्र के साथ ही जिला मुख्यालय में प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के नुक्कड़ नाट्क, प्रोजेक्टर, पाम्पलेट, रिक्सा चालक द्वारा लाऊडीसपीकर अन्य माध्यमों से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
यातायात पुलिस द्वारा वीर स्तम्भ चैक पर चेक पोस्ट लगाकर आने-जाने वाले वाहनों को चेक किया गया जिन वाहनों के नम्बर प्लेट में नम्बर नही लिखा गया था उसमें पेन्टर बुलाकर नम्बर लिखाया गया, सांथ ही वाहन में नम्बर प्लेट न होने के कारण वाहन दूघटना होने के बाद पुलिस को जांच में होने वाली समस्याओं एवं वाहन के नम्बर नही लिखे होने पर न्यायालय द्वारा जारी चालानी कार्यवाही के बारें में यातायात पुलिस द्वारा बताया गया। वर्तमान में यातायात सप्ताह में पुलिस द्वारा समझाईस दिया जा रहा है, किन्तु यातायात सप्ताह समप्त होने के बाद जिन वाहनों केें नम्बर प्लेट में नम्बर नही लिखा पाया तो उन वाहनों की न्यायालय द्वारा जारी निसमानुसार चालानी कार्यवाही किया जायेगा समझाईस दिया गया।
सांथ ही यातायात को सुदृण बनाने के लिए यातायात पुलिस प्रति वर्ष जिले के सभी स्कूलों में जाकर बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी देते आ रहा है। एक अच्छा समाज बनाने के लिए बच्चों को ही अच्छी शिक्षा की आवश्यकता होती है वैसे ही एक अच्छे शहर के लिए वहा की यातायात व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए इसके लिए बच्चों की अहम भुमिका होती है। रास्ते में कचड़ा कभी नही फेकना साथ ही रास्ते में चलते समय सावधानी पूर्वक रोड क्रास करना। स्कूल से आते-जाते समय रास्ते में सायकल से स्टण्ट नही करना, मोटर सायकल या स्कूटी से स्कूल नही आने सख्त हिदायत दिया गया। बस ड्राईवरों एवं कन्डक्टरों से बच्चों को कतार बद्ध तरिके से बस में चढ़हाने, एवं बस को साईड लगाकर ही बच्चों को बस से उतारने तथा उन्हे एक निष्चित स्थान पर ही बैठाये जिससे बच्चे का परिजन समय पर न पहुचने से किसी प्रकार की अपराध घटीत होने की संभावना बनी रहती है। अतः आप बच्चे का परिजन के आते तक वहा रूके या परिजनों को बस टाईमींग को बताये जिससे समय पर बच्चे को लेने आ सके किसी बच्चे को रास्ते में अकेले न उतारे ये बस ड्राईवर व कण्डक्टर की जिम्मेदारी है। सांथ ही बस ड्राईवर व कण्डक्टर को अपने स्वास्थ परिक्षण कराने तथा लाईसेंस चेक कराने भी कहा जा रहा है।