आज होगा भोरमदेव महोत्सव का आगाज
कलेक्टर ने तैयारियों का लिया जायजा
दो दिवसीय भोरमदेव महोत्सव में शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की होगी प्रस्तुति
छतीशगढ़ के उभरते कलाकारों की होगी शानदार प्रस्तुति
कवर्धा- कबीरधाम जिले के ऐतिहासिक, पुरात्तव, धार्मिक, पर्यटन और जनआस्था से जुड़े भोरमदेव महोत्सव का आयोजन 3 अप्रैल से शुरू होगा। महोत्सव दो दिन का होगा। महोत्सव का समापन 4 अप्रैल को होगा। भोरमदेव महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरणो में है। कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण ने आज महोत्सव स्थल पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। इससे पहले उन्होने महोत्सव के आयोजन के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों की मंदिर परिसर में बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होने कहा कि जिन-जिन विभागों को जो दायित्व मिले है उन्हे समय से पहले पूरा कर लें। बैठक के बाद कलेक्टर श्री शरण के साथ वनमंडलाअधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर, जिला ंपंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने महोत्सव स्थल, प्राचीन सरोवर, भोरमदेव उद्यान सहित मंदिर परिसर का निरीक्षण कर तैयांरियां का जायजा लिए और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए।
कबीरधाम जिले के ऐतिहासिक, पुरात्तव, धार्मिक, पर्यटन और जनआस्था से जुड़े दो दिवसीय भोरमदेव महोत्सव में शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। 3 और 4 अपै्रल को आयोजित इस भोरमदेव महोत्सव में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति पर आधारित विभिन्न अलग-अलग विधाओं की सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आंनद उठा सकेंगे। महोत्सव के पहले दिन बुधवार 3 अप्रैल को शाम 04 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। भोरमदेव महोत्सव एवं लोकोत्सव का विधिवत शुभारंभ ओडिसी नृत्य से होगी। श्रीमती पूर्णश्री राउत द्वारा ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद शिव प्रस्तुति डॉ आकांक्षा विश्वकर्मा द्वारा दी जाएगी। छत्तीसगढ़ के सीनेमा कलाकार श्री सुनिल तिवारी और उनके ग्रुप द्वारा छत्तीसगढ़ की गीत,संगीत और नृत्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति पर आधारित शानदार प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम की कड़ी में सुश्री गरिमा और सुश्री स्वर्णा दिवाकर और उनके गु्रप द्वारा छत्तीसगढी गीत और जसगीत की शानदार प्रस्तुति होगी। इसके अलावा पहले दिन जिले के शालेय छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। श्रीमती प्रतिमा बारले कवर्धा द्वार पंडवानी गीत, मूक बधिर बच्चों द्वारा नृत्य और गीत, रायपुर के कलाकार पलक तिवारी द्वार कथक नृत्य, खेमेन्द्र कुमार नायक रायपुर द्वारा वाद्ययंत्र और संजय कुमार चन्द्रवंशी द्वार जसगीत की प्रस्तुति होगी।
महोत्सव के दूसरे दिन गुरूवार 4 अप्रैल को भी एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुफ्त उठा सकतें है। गुरूवार को सुप्रसि़द्ध सुफी,गजल भजन गायन श्री सुरेश भट्ट द्वारा गीत-संगीत का आयोजन होगा। कु यज्ञांशी,मनोज साहू द्वार कत्थक नृत्य प्रस्तुति होगी। छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध सिनेमा कलाकार नितिन दुबे और उनके गु्रप द्वारा छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति पर आधार गीतों की प्रस्तुति देकर महोत्सव में समाबांधा जाएगा। श्री बसन्त बीर उपाध्याय रायपुर द्वार कबीरधाम के राम पर आधारित नाटक की प्रस्तुति होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंख्ला में लोकनृत्य,सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति शालेय छात्र-छात्राओं द्वारा दी जाएगी। इसके अलावा सारा पाण्डेय बिलासपुर द्वार कत्थक नृत्य, माटी के चंदन जरहा नवागांव गु्रप द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक कला गीत संगीत, कुमार भाव्या दीवान भिलाई द्वारा भारत नाट्यम और श्री मालिकराम लहरे नवागढ़ बेमेतरा द्वारा देवी महिमा पर आधारित जसगीत की प्रस्तुति होगी।