गेवरा दीपका : दीपका में सहस्त्रधारा और महाभंडारे के साथ भागवत कथा सम्पन्न कोरोना कॉल में मृत्युलोक सिधारे लोगों के आत्म शांति के लिए ज्योति नंद का भागवत अनुष्ठान अनुकरणीय -भागवताचार्य महामाया प्रसाद शास्त्री

दीपका में सहस्त्रधारा और महाभंडारे के साथ भागवत कथा सम्पन्न
कोरोना कॉल में मृत्युलोक सिधारे लोगों के आत्म शांति के लिए ज्योति नंद का भागवत अनुष्ठान अनुकरणीय -भागवताचार्य महामाया प्रसाद शास्त्री
गेवरा दीपका @sushil tiwari
हाई स्कूल ग्राउंड सोमवारी बाजार दीपका में भागवत कथा का आयोजन 28 अप्रैल से 5 मई तक संपन्न हुआ जिसमें उत्तरकाशी से पधारे भगवता आचार्य पंडित श्री महामाया प्रसाद शास्त्री और डॉक्टर श्री दुर्गेश शास्त्री जी के ओजस्वी वाणी से भागवत महापुराण उत्सव का रसपान किया।
इस अवसर पर भागवताचार्य महामाया शास्त्री ने भागवत कथा आयोजनकर्ता ज्योति नंद दुबे के इस प्रयास को अनुकरणीय बताया और कहा कि काल की गाल में समाए मृत्यु लोग गए लोगों की आत्मा शांति के लिए है यह अनुष्ठान दीपका में कराया जा रहा है जो वाकई में प्रशंसनीय है लोग अपने घर में किसी की मृत्यु हो जाने के बाद उनकी स्मृति में भागवत कथा सुनते हैं किंतु ज्योतिनंद दुबे और दीपका वासियो के प्रयासो से यह अनुष्ठान संपन्न हुआ है जिसकी सभी भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं ।
आज 5 मई को कथा के अंतिम दिवस सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भक्तजन सहस्त्रधारा तुलसी वर्षा में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित किये और महा भंडारे के साथ यह अनुष्ठान संपन्न हुआ।
महा भागवत कथा का समापन पर भाजपा नेता ज्योति नंद दुबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह कथा समस्त दीपका वासियों के सुख शांति और समृद्धि के लिए की जा रही थी सभी जनों के सहयोग से यह धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुआ है सभी का इसमें योगदान रहा है। मंच से भागवता आचार्य डॉ दुर्गेश प्रसाद शास्त्री जी ने स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया । भागवत कथा अनुष्ठान के मुख्य यजमान ज्योति नंद दुबे और श्रीमती संगीता दुबे थी।