
रायपुर। राजधानी में आगामी नगर निगम चुनाव को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। बीजेपी ने रायपुर नगर निगम में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को लेकर बड़ा हमला बोला है। शनिवार को एकात्म परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने 15 बिंदुओं का आरोप पत्र जारी करते हुए कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार, लापरवाही और घोटालों के गंभीर आरोप लगाए।
नगर निगम को बताया भ्रष्टाचार का अड्डा –
संजय श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 15 वर्षों के शासन में रायपुर नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया। उन्होंने कहा, “कुछ जेल में हैं, तो कुछ बेल पर हैं, क्योंकि कांग्रेस के डीएनए में ही भ्रष्टाचार है।”
आरोप पत्र में निगम के कार्यकाल के दौरान हुए कथित घोटालों को उजागर किया गया। श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान भी घोटाले किए गए और 80 लाख रुपये अस्थायी कोविड केयर सामग्री के नाम पर खर्च कर दिए गए, जबकि वास्तविक लागत बहुत कम थी।
15 बिंदुओं का आरोप पत्र, कांग्रेस सरकार पर बड़े आरोप –
बीजेपी के 15 बिंदुओं के आरोप पत्र में कई प्रमुख आरोप शामिल हैं :
1. नगर निगम में कांग्रेस सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड टूटे।
2. कोरोना महामारी में 80 लाख का घोटाला, अनावश्यक सामानों पर भारी खर्च।
3. तालाब सौंदर्यीकरण में फर्जीवाड़ा, बूढ़ा तालाब का ₹5 करोड़ का म्यूजिकल फाउंटेन महज 100 दिन में बंद।
4. बिना टेंडर के तेलीबांधा से वीआईपी रोड तक सौंदर्यीकरण, इसे ‘वॉल ऑफ करप्शन’ कहा गया।
5. 27 करोड़ का यूनिपोल घोटाला, विज्ञापन ठेकों में भारी गड़बड़ियां।
6. नरैया तालाब सौंदर्यीकरण में 27 लाख का वेतन घोटाला और 40 लाख का टेंडर घोटाला।
7. 22 करोड़ खर्च होने के बावजूद एक भी इलेक्ट्रॉनिक बस नहीं दौड़ी।
8. बंद कंपनियों को बिना जांच ठेके दिए गए।
9. ट्रैफिक और पार्किंग अव्यवस्थित, प्रदूषण बढ़ता गया।
10. नालियों की सफाई नहीं हुई, जिससे मलेरिया-पीलिया जैसी बीमारियां फैलीं।
11. महिलाओं को सार्वजनिक टॉयलेट की कमी से जूझना पड़ा।
12. जनता से अधिक कर वसूला गया, ब्याज और पेनाल्टी लगाकर परेशान किया गया।
13. संप्रदाय विशेष को संरक्षण देकर अपराधों को बढ़ावा दिया गया।
14. महापौर के रिश्तेदारों का आतंक, पुलिस भी परेशान रही।
15. मतांतरण और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को प्रश्रय दिया गया।
पूर्व महापौर एजाज ढेबर पर हमला –
श्रीवास्तव ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर था। उन्होंने आरोप लगाया कि ढेबर के रिश्तेदारों ने मतांतरण और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया।
कांग्रेस ने किया पलटवार, बताया चुनावी प्रोपेगेंडा –
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप पत्र को “चुनावी प्रोपेगेंडा” करार देते हुए कहा, “राज्य में पिछले एक साल से भाजपा की सरकार है। अगर कांग्रेस सरकार में गड़बड़ी थी, तो भाजपा सरकार ने अब तक कोई जांच क्यों नहीं कराई?”
उन्होंने आगे कहा कि 11 फरवरी को जनता बीजेपी को जवाब देगी और भाजपा के झूठे प्रचार को नकारेगी।
चुनावी जंग तेज, जनता का फैसला बाकी –
रायपुर नगर निगम चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। बीजेपी के आरोपों के बाद कांग्रेस के पलटवार से यह साफ है कि दोनों पार्टियां चुनावी मैदान में पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार हैं। अब देखना होगा कि जनता 11 फरवरी को किसके पक्ष में फैसला सुनाती है।