रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं पर ईडी ने छापा मारा है. इसके तहत कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा विधायक देवेंद्र यादव और नेता विनोद तिवारी के घर ईडी ने छापा मारा लेकिन उसके हाथ कोई पुख्ता सबूत नहीं लगे हैं. साथ ही साथ कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, चंद्रदेव राय और धर्मेंद्र के घर भी छापे पड़े हैं.
केंद्र पर साधा निशाना –
कार्रवाई के बाद घर से बाहर निकले भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ये केंद्र के इशारे पर कार्यवाही हो रही है. इसके अलावा बता दें कि जब ईडी कागजों की जांच कर रही थी तो देवेंद्र यादव के समर्थक उनके घर के बाहर इकट्ठा हो गए और विधायक के बाहर निकलने का इंतजार करते रहे और बाहर आने के बाद उन्होंने सबका अभिवादन स्वीकार किया.
‘रमन सिंह के आय के पेपर ले गए अधिकारी’ –
ईडी के छापे के बाद हाउसिंग बोर्ड के सदस्य विनोद तिवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भूपेश बघेल जी की लोकप्रियता से घबराहट है. केंद्र के इशारे पर कूटरचित डायरी के पन्ने महाधिवेशन के डर की वजह से आज Ed मेरे घर पहुंची. जिसके तहत सुबह से शाम तक मेरे घर की तलाशी ली और रमन सिंह के आय से सम्बंधित पेपर घर पर थे Ed के अधिकारी पेपर अपने साथ क्यों नही ले गए ? Ed रमन सिंह के खिलाफ कार्यवाही करेगी?
भूपेश बघेल जी की लोकप्रियता से घबराहट केंद्र के इशारे पर कूटरचित डायरी के पन्ने महाधिवेशन का डर आज Ed पहुँची मेरे घर
सुबह से शाम तक ली मेरे घर की तलाशी, रमन सिंह के आय से सम्बंधित पेपर घर पर थे Ed के अधिकारी पेपर अपने साथ क्यू नही ले गए, Ed रमन सिंह के खिलाफ कार्यवाही करेगी ? pic.twitter.com/Osyfn9TsnD
— Vinod Tiwari (@vinodtiwaricg) February 20, 2023
छापे को लेकर होता रहा हंगामा –
कांग्रेस नेताओं पर हो रही कार्यवाही की वजह से राजधानी रायपुर और भिलाई सहित कई जगहों पर जमकर बवाल हुआ. इस दौरान कांग्रेस नेताओं और ईडी के अधिकारियों के बीच बहस भी हुई. लगातार प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं पर लाठी चार्ज भी किया गया .जिसकी वजह से कांग्रेस नेताओं को चोटें भी आई.
ईडी पर कांग्रेस का आरोप –
ईडी के अधिकारियों पर कांग्रेस निखिल चंद्राकर ने उत्पीड़न का भी आरोप लगाया. इस दौरान एक वीडियो भी जारी किया जिसमें अधिकारियों पर प्रताड़ना करने का आरोप लगाया है. इसके अलावा कहा कि अधिकारियों ने हाथ को चोट पहुंचाई और एक्सरे भी नहीं कराने जाने दिया. साथ ही साथ कहा कि करीब 150 टाइपशुदा पन्नों पर बिना पढ़ाए उसके हस्ताक्षर ले लिये गये हैं.