भिलाई। शहर के गुटखा कारोबारी इस बार नशीली दवाइयों के साथ पकड़े गए हैं। आरोपितों के यहां पहले भी कई बार पुलिस का छापा पड़ चुका है, लेकिन हर बार किसी न किसी रसूखदार का प्रभाव दिखाकर ये बचते रहे हैं। इस बार ये दोनों आरोपित देर रात को दुर्ग रेलवे स्टेशन के पास नशीली दवाई की खेप पहुंचाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन रात में ही पुलिस को इसकी जानकारी लग गई। जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को हिरासत में लिया। दोनों आरोपित इस बार भी अपनी पहुंच की जोर आजमाइश कर ही रहे थे, लेकिन नशीली दवाइयों के साथ पकड़े जाने की सूचना लीक हो गई। जिसके चलते इन दोनों को जेल जाना पड़ा। हालांकि इनकी पहुंच से इन आरोपितों को एक फायदा जरूर हुआ कि इन आरोपितों की कुंडली सार्वजनिक रूप से प्रसारित नहीं की गई। कार्रवाई के बाद दोनों को चुपके से जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने गुरुवार शुक्रवार की दरम्यानी रात करीब दो बजे दुर्ग रेलवे स्टेशन के पास से गुटखा कारोबारी गुरुमुख जुमनानी (53) निवासी न्यू दीपक नगर दुर्ग और जगदीश शदादी (42) निवासी प्रियदर्शिनी परिसर पश्चिम नेहरू नगर को गिरफ्तार किया गया। आरोपितों के पास से एक बैग में रखे 1440 नग स्पासट्रैंकेन प्लस कैप्सूल जब्त किए गए हैं। दोनों आरोपित किसी कोचिया के पास टैबलेट की खेप पहुंचाने के लिए आए थे। मुखबिर से इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस ने आरोपितों को पकड़ा। आरोपितों को पकड़कर मोहन नगर थाना लाया गया। वहां पर दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई और वहां से सीधे जेल भेज दिया गया। जबकि आरोपितों के पकड़े जाने की खबर लीक हो चुकी थी। इस बात का अनुमान लगाया जा रहा था कि इन आरोपितों को मीडिया के सामने लाकर इनका भी इंटरनेट मीडिया पर लाइव किया जाएगा, लेकिन इन्हें चुपके से जेल दाखिल कर दिया गया। जिसके बाद शहर में कई तरह की चर्चाए शुरू हो गई हैं।
आरोपित गुरुमुख जुमनानी काफी दिनों से प्रतिबंधित जर्दायुक्त गुटखा का अवैध कारोबार कर रहा है। करीब दो साल पहले राजनांदगांव के सोमनी थाना क्षेत्र के ग्राम खोपली स्थित एक साबुन फैक्ट्री से गुटखा की खेप निकली थी। उक्त साबुन फैक्ट्री किसी भंवरलाल की है। जिसे आरोपित गुरुमुख जुमनानी ने किराये पर लिया था और वहां पर जर्दायुक्त गुटखा तैयार करवा रहा था। दुर्ग के एक राजपत्रित अधिकारी ने आरोपित के गुटखे की खेप को पकड़ लिया था। आरोपित ने किसी प्रभावशाली व्यक्ति से वरिष्ठ अधिकारी को फोन करवा दिया। जिसके बाद गुटखा को खाद्य विभाग को सौंप दिया गया और राजपत्रित अधिकारी का दूसरे जिले में स्थानांतरण हो गया। इसके बाद पुलिस ने हाल ही में मोहन नगर थाना क्षेत्र सिंधी कालोनी में गुटखा के खेप को पकड़ा था, लेकिन उस समय भी आरोपित ने अपनी पहुंच दिखा दी और पूरा मामला खाद्य विभाग को सुपुर्द कर दिया गया और वहां से आरोपित बच निकला था।