20 किलोमीटर दूर भूपदेवपुर कछार के पास मिला 3 साल के नर्मदा का शव
रायगढ़ – मंगलवार को हादसे के तीसरे दिन भूपदेवपुर कछार में तीन साल के बच्चे नर्मदा राठिया का शव मिला। रविवार को एड़ू में उफनती मांड नदी में क्रूर पिता ने अपने तीन बेटों को नदी में फेंक दिया था। उसने खुद भी छलांग लगाई थी और बाद में बाहर निकलकर फांसी लगा ली थी। पुलिस और गोताखोर की टीम बाकी दो भाइयों को भी ढूंढ रही है। भूपदेवपुर के पास 3 वर्ष के बच्चे का शव पड़ा मिला। खरसिया और भूपदेवपुर पुलिस ने परिजनाें काे बुलाने के बाद शिनाख्त कराई। शव पानी रहने के कारण काफी फूल गया था, परिजनाें ने कपड़ाें से पहचान की। जिसके बाद पुलिस ने शव काे पाेस्टमार्टम के लिए भेजा है। रविवार काे एडू में मांड नदी पुल से लात निवासी कार्तिकेश्वर ने अपनी तीन बच्चाें काे नदी में फेंकने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। घटना के बाद से खरसिया पुलिस कई गाेताखाेराें की टीम के साथ शवाें की खाेजबीन में जुटी थी। साेमवार देर रात तक सेंद्रीपाली से चंद्रपुर तक खाेजबीन करने के बाद भी शव नहीं मिल सके थे। जबकि देर रात तारापुर के पास नदी में एक बच्चे का शव बहने की जानकारी पुलिस काे दी गई थी। पुलिस टीम ने रात में सर्च अभियान चलाया। लेकिन कामयाबी नहीं मिली। मंगलवार सुबह ही पुलिस काे भूपदेवपुर थाना क्षेत्र के कछार गांव के लाेगाें ने नदी के किनारे एक बच्चे का शव पड़े हाेने की जानकारी दी। इस पर खरसिया और भूपदेवपुर थाने की पुलिस माैके पर जा पहंुची। पुलिस ने स्थानीय लाेगाेंं की मदद से शव काे बाहर निकलवाया। खरसिया पुलिस के साथ पहुंचे मृतक के भाई लालकेश्वर व पत्नी भानूमति ने उसकी शिनाख्त नर्मदा (3) के रूप में की है।
20 किलोमीटर तक दो भाइयों की तलाश में रेस्क्यू
एक शव 20 किलोमीटर दूर मिलने के बाद पुलिस ने रेस्क्यू अभियान का दायरा बढ़ा दिया है। नंदेली गांव से तीन किलोमीटर दूर कछार गांव के पास शव मिलने के बाद एक टीम सेंद्री से चंद्रपुर तथा दूसरी टीम तारापुर से कछार भूपदेवपुर तक गोताखोरों के साथ खाेजबीन में जुटी है। पुलिस को अनुमान है कि शव पानी में उतराते ही नदी में तैरने लगे, जिससे जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा।