कबीरधाम। भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री, जिला पंचायत सभापति कबीरधाम और व भावना समाज सेवी संस्थान की संस्थापक भावना बोहरा ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने वीडियो के माध्यम से PSC के परीक्षा परिणाम पर सवाल उठाया। वही, युवाओं को जगाने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि युवा साथियों के साथ हुए छल को देखकर कांग्रेस सरकार के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त हुआ है। PSC को प्रदेश कार्यालय समझ अपने चहेतों को डिप्टी कलेक्टर बनाने का जो षड्यंत्र चल रहा है। यह भ्रष्टाचार की सीमा पार कर चुका है, जिन पदों पर छत्तीसगढ़ के युवा का अधिकार था। आज वह उन्हें सिर्फ इसलिए नहीं मिल रहा है, क्योंकि कुछ भ्रष्ट अधिकारी और कांग्रेस के चाटुकार नेताओं ने भाई भतीजावाद को बढ़ावा दिया। PSC के परिणाम की सूची के शीर्ष नामों को देख ऐसा लग रहा है मानो किसी शादी कार्ड हो, जिसमें किसी बड़े अधिकारी के बेटा, बेटी, बहू व दामाद के नाम कहीं पीएससी के प्रमुख का बेटा, कहीं डीएसपी की बेटी तो कहीं किसी के बेटी दामाद कहीं किसी के भाई बहन आखिर यह कैसे संभव हैं ?
एक ही परीक्षा में एक ही पद में इनके रिश्तेदारों को चयनित किया गया। यह ऐसा दौर है जब बड़े बड़े नेता अधिकारी के बच्चों को बड़े पद दिए जा रहे हैं गरीब परिवारों के बच्चों से यह कहा जाता है आप गोबर बिन पैसे कमाओ मध्यमवर्गीय युवाओं को यह कहा जाता है कि आप बेरोजगारी भत्ता लो।क्या हमारे युवाओं में प्रतिभा नहीं ? वह प्रशासनिक दायित्व को संभाल सके। छत्तीसगढ़ के युवा जो रात दिन एक करके मेहनत कर रहे हैं उन्हें ऐसा कोई पद पाने का अधिकार नहीं है ?
यह कांग्रेस सरकार की नाकामी का परिणाम है। आज हमारे अधिकारों को छीन कर कुछ चुनिंदा लोगों के हिस्सों में डाल दिया गया है, लेकिन अब समय आ गया कि शासन के इस पक्षपात के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की जाएं। क्योंकि हमें भत्ते की भीख नहीं चाहिए हम अपने अधिकारों के लिए हक की लड़ाई के लिए आगे बढ़ रहे हैं।