रायपुर। छत्तीसगढ़ के सक्ति जिला के माल्दा गांव के कृष्ण लीला मंडली के 60 से अधिक लोग दो बसों से रामेश्वरम यात्रा पर गए थे. वापस छत्तीसगढ़ लौटने के दौरान उड़ीसा के मंगोली महानदी के पास बैरियर लगाकर उनकी बसों को रोका गया है. इस दौरान उनसे रुपए मांगे गए, जब ड्रावर ने ज्यादा रुपए देने से मना किया तो बैरियर के आठ से दस लोग लाठी- डंडे से महिला और परुष यात्रियों को पीटने लगे. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
ये पूरा मामला सक्ति जिला के माल्दा गांव के रहने वाले कृष्ण लीला मंडली की है, जहां से 60 से अधिक महिला और पुरुष 2 बसों से रामेश्वरम यात्रा के लिए गए हुए थे. तीर्थ दर्शन करने के बाद वे लोग ओडिशा के रास्ते से छत्तीसगढ़ लौट रहे थे. इसी बीच ओडिशा के मंगोली महानदी के पास बैरियर पर कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी को रोका और ड्राइवरों से रुपए मांगे, ड्राइवरों ने रुपए ज्यादा मांगने की बात कहते हुए रुपए देने से मना कर दिया. जिसके बाद वहां पर 8 से 10 लोग लाठी- डंडों से लैस होकर आये और ड्राइवर समेत महिला, पुरुष यात्रियों को मारपीट करने लगे. पिटाई से भयभीत महिलाओं की चीख- पुकार वाली इस घटनी की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है.
छत्तीसगढ़ बीजेपी अध्यक्ष ने ट्वीट कर घटना की निंदा की –
छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव मारपीट का वायरल वीडियो अपने ऑफिशल टि्वटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा कि छत्तीसगढ़ (सक्ति) के तीर्थ यात्रियों के साथ हुई हिंसा बेहद निंदनीय है. मैं ओडिशा प्रशासन से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने की अपील करता हूं. पड़ोसी राज्यों के यात्रियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी दोनों राज्य की है. तीर्थयात्री अभी दहशत में हैं, स्थानीय पुलिस सहयोग नहीं कर रही है.
जानिए तीर्थ यात्रियों ने क्या कहा? –
तीर्थयात्रियों ने बताया कि वे रामेश्वरम यात्रा से वापस ओडिशा होते हुए छत्तीसगढ़ लौट रहे थे. ओडिशा के मंगोली महानदी के पास कुछ लोग बैरियर लगाकर हमारी बस को रोक कर, बस ड्राइवर से रुपए की डिमांड करने लगे. बस ड्राइवर ने उनसे कहा कि ज्यादा रुपए मांग रहे हो मैं नहीं दूंगा, इस बात से नाराज होकर वहां पर 8 से 10 युवक लाठी डंडा लेकर आए और ड्राइवर सहित महिला, पुरुष की पिटाई करने लगे. हम लोग ने उनसे न मारने की मिन्नत करने लगे, लेकिन उन लोगों में से किसी एक ने भी दया नहीं दिखाई और लगातार लाठी से महिलाओं सहित दूसरे यात्रियों को पीटते रहे.
छत्तीसगढ़ (सक्ति) के तीर्थ यात्रियों के साथ हुई हिंसा बेहद निंदनीय है।
मैं ओडिशा प्रशासन से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने की अपील करता हूं।
पड़ोसी राज्यों के यात्रियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी दोनों राज्य की है।तीर्थयात्री अभी दहशत में हैं स्थानीय पुलिस सहयोग नहीं कर रही। https://t.co/u3qN7Tkpbx pic.twitter.com/gOWnkn2Zxx
— Arun Sao (@ArunSao3) May 23, 2023