
कबीरधाम। देवार पारा में देवारो के सार्वजनिक मंच पर पुलिस सहायता केंद्र का निर्माण कर दिया गया, जिसका विरोध देवार समाज के लोगों ने किया हैं और पुलिस सहायता केंद्र को किसी और स्थान पर शिफ्ट करने की मांग की।
कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में देवार समाज ने लिखा है हम देवार समाज के लोग स्वाभिमान पूर्वक अपने परिश्रम से धन अर्जन कर अपनी रोजी रोटी चलाते है। हर व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करता है। बड़ी मुश्किल से हमारे सर पर छत है व बहुत से हमारे लोग जिनके पास रहने को घर भी नहीं है। उसी सार्वजनिक मंच का उपयोग कर अपना निस्तार करते है उसके अलावा पुरे देवार मोहल्ले में होने वाले धार्मिक कार्य, शादी, मृतक कार्यक्रम एवं पूजा पाठ इत्यादि करते है।
उन्होंने बताया कि कई बार शासन, प्रशासन से अपने मूलभूत अधिकार जैसे- राशन कार्ड, पानी, आवास आदि कई शासकीय योजनाओ के लाभ के लिए आवेदन किया है, जिस पर प्रशासन ने आज तक किसी प्रकार से हमे लाभान्वित नही किया है। इस पर भी हमारे जीवन का आवश्यक अंग हमारे सार्वजनिक मंच पर शासन द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना व व्यवस्था के उस मंच मे निवासरत 90 साल की बुजूर्ग आदिवासी महिला जंगल मरकाम को जबरदस्ती बाहर निकाला गया।
वही, पुलिस सार्वजनिक मंच के अलावा आस-पास किसी भी जगह पर पुलिस सहायता केन्द्र के लिए अपनी व्यवस्था बना सकती हैं, जिसमे किसी को कोई आपत्ति नही है। पुलिस द्वारा किये गये इस अमानवीय व्यवहार से देवर समाज क्षुब्द है और प्रश्न है कि क्या गरीब को जीने का हक नही है? वही समाज ने कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा से अनुरोध किया है कि इस विषय पर अतिशीघ्र संज्ञान लेकर उचित न्याय किया जाये।
विदित हो कुछ दिन पहले देवार पारा में पुलिस ने सहायता केंद्र का निर्माण किया। इस स्थान पर पुलिस को असामाजिक तत्वों की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी।