
दुर्ग। बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग निवासी आकाश कनौजिया को संदिग्ध के तौर पर हिरासत में लिया था। हालांकि बाद में वह निर्दोष साबित हुए, लेकिन इस मामले ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया। आकाश ने पुलिस की गलती को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मीडिया में उनकी तस्वीरों को संदिग्ध के तौर पर दिखाकर उनके जीवन को बर्बाद कर दिया गया।
सैफ अली खान के बांद्रा स्थित घर पर 15-16 जनवरी की दरमियानी रात हमले के दौरान आरोपी ने चाकू से कई वार किए थे। मुंबई पुलिस ने संदिग्धों की पहचान के लिए आकाश कनौजिया का नाम जारी किया था। लेकिन आकाश ने दावा किया कि जब घटना के समय वह ट्रेन में सफर कर रहे थे, तो कैसे वे उस हमले में शामिल हो सकते थे। उन्होंने कहा, “मैं अपनी दुल्हन से मिलने जा रहा था, जब पुलिस ने मुझे हिरासत में लिया।”
आकाश ने आगे कहा कि रिहाई के बाद उनके जीवन में उथल-पुथल मच गई। उनका नियोक्ता और परिवार दोनों ने उनसे संपर्क करना बंद कर दिया और उनके खिलाफ समाज में गलत धारणा बन गई। आकाश ने कहा कि वह अब सैफ अली खान की बिल्डिंग के बाहर खड़े होकर नौकरी मांगने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनी छवि और परिवार की प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित करने की जरूरत है।