रायपुर। नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदेशभर के संविदा कर्मचारी जिलों के बाद अब राजधानी में प्रदेश स्तरीय धरना-प्रदर्शन के लिए जुटेंगे। जिला स्तर पर चल रहे धरना-प्रदर्शन के बाद अब प्रदेश स्तर पर आंदोलन की तैयारी चल रही है। 10 जुलाई को राजधानी में प्रदर्शन को लेकर रणनीति बन चुकी है। छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष कौशलेंद्र तिवारी ने बताया कि सभी 33 जिलों में संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से विभिन्न विभागों के काम-काज में बुरा असर पड़ा है। स्वास्थ्य सहित अन्य विभाग इससे प्रभावित है। मांगें पूरी नहीं होने की वजह से कर्मचारी हड़ताल पर जाने को मजबूर हुए हैं। राजधानी में 10 जुलाई से अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार को अल्टीमेटम दे दिया गया है।
किस विभाग में कितने संविदा कर्मी हड़ताल पर –
स्वास्थ्य विभाग-15000,पंचायत-14000,महिला एवं बाल विकास विभाग-5000,शिक्षा-3000, कृषि-2000, तकनीकी कौशल-900, अन्य-10000
पांच सूत्रीय मांगों को लेकर नियमित कर्मचारियों का प्रदर्शन –
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त मोर्चा के अधिकारी-कर्मचारियों ने शुक्रवार को पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत अधिकारी-कर्मचारियों ने प्रदेश व्यापी आंदोलन में डीए, पेंशनरों को महंगाई से राहत, पुरानी पेंशन के लिए सेवा काल 25 वर्ष, प्रथम नियुक्ति तिथि से पुरानी पेंशन, संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का नियमितीकरण, गृह भाड़ा भत्ता के पुनरीक्षण सहित जन घोषणा-पत्र में किए गए वादों पर अमल और वेतन विसंगति दूर करने की मांग की। प्रवक्ता संजय तिवारी ने बताया कि मांगें पूरी नहीं हुई तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।