कटघोरा। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए जोर सोर से तैयारी चल रही है। कांग्रेस-भाजपा ने अपनी अलग अलग रणनीति बनाकर रखी। वही, 2023 में भाजपा एक बार फिर खुद को वापस लाने के लिए जोड़-तोड़ से मेहनत कर रही है।
भाजपा ने पहले ही छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए 22 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। इसके बाद BJP ने प्लान के तहत वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारी को अलग-अलग विधानसभाओं में पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है, जहां पर कार्यकर्ताओं का मन टटोला जा रहा है।
21 दावेदारों ने विधायक प्रत्याशी बनने की दावेदारी –
कटघोरा विधानसभा में प्रत्याशी चयन को लेकर राजनीतिक चर्चा सरगम है। भाजपा किस पर अपना दाव लगती है अभी इसमें समय है। वही, कई भाजपा नेताओं ने अपनी दावेदारी के लिए दौड़ लगानी शुरू कर दी है।
आज गोकुलधाम कटघोरा में पूर्व आईपीएस व भाजपा के पर्यवेक्षक ओ पी चौधरी कार्यकर्ताओं से प्रत्याशी चयन को लेकर वन टू वन चर्चा की। बताया गया कि 21 दावेदारों ने विधायक प्रत्याशी बनाने को लेकर दावेदारी की। अब आगे देखना होगा भाजपा संगठन किस पर अंतिम मुहर लगती है।
ज्योतिनंद दुबे का नाम लगभग फाइनल –
हालांकि, 21 दावेदारों ने विधायक प्रत्याशी बनने दावेदारी ठोक दी है, लेकिन ज्योतिनंद दुबे का नाम फाइनल बताया जा रहा है। कटघोरा विधानसभा में उभर कर ज्योतिनंद दुबे का नाम सामने आया है। बाकी लोग इनके सामने चाय कम पानी की तरह लग रहे हैं। भाजपा का कहना है कि नाम तो हाईकमान तय करेगी। ज्योतिनंद दुबे यहां कार्यकर्ताओं की पहली पसंद है।
ओपी चौधरी ने दिया बड़ा बयान –
भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं को पदाधिकारीयों को पर्यवेक्षक के रूप में अलग-अलग विधानसभाओं में भेजा है। वही चुनावी रणनीति के दृष्टि से कार्यकर्ताओं के मन को समझने के लिए भेजा है। उन्हीं बातों को समझ कर प्रदेश नेतृत्व और राष्ट्रीय नेतृत्व करेंगे। उनकी बातों को पहुंचाया जाएगा। पार्टी इसके बाद अपना निर्णय करेगी, जो भी निर्णय होगा।
भाजपा में लोकतांत्रिक तरीके से जरूर चयन होता है और निर्णय होने के पश्चात सब लोग मिल जो पार्टी आलाकमान तय करेगा व जो हमारे लोगों की बातें रहेगी। उसके अनुसार निर्णय होंगे और उन सबके आधार पर हम 2023 में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।