रायपुर। रक्षाबंधन के दिन मंदिर हसौद क्षेत्र में दो सगी बहनों के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में एक नया मोड़ सामने आया है। आरोपितों में शामिल कृष्णकांत साहू के एएसआइ पिता ने बेटे की गलती पर पर्दा नहीं डाला है। इतना ही नहीं एएसआइ ने जांच प्रभावित न हो इसलिए अपने तबादले का आवेदन दे दिया है। एसएसपी ने एएसआइ के आवेदन को मंजूर कर लिया है। एएसआइ का तबादला मुजगहन थाना कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार आरोपित के पिता मंदिर हसौद थाने में ही पदस्थ थे, जब अपने बेटे की करतूत के बारे में पता चला, तो खुद वे उसे गिरफ्तार कर थाने ले गए। इसके अलावा अपने ट्रांसफर के लिए आवेदन भी दिया, ताकि जांच प्रभावित न हो। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने आवेदन को मंजूर कर लिया, जिसके बाद उनका तबादला मुगजहन थाने में किया गया है।
बता दें कि राखी बांधकर लौट रहीं दोनों बहनों से आरोपितों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। वहीं बड़ी बहन के मंगेतर के साथ मारपीट की थी। सभी आरोपितों पूनम ठाकुर, घनश्याम निषाद, लव तिवारी, नयन साहू, केवल वर्मा उर्फ सोनू, देवचरण धीवर, लक्ष्मी ध्रुव, प्रहलाद साहू, कृष्णा साहू और युगल किशोर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इनमें पांच आरोपित पिपरहट्टा गांव के निवासी हैं, जबकि अन्य बोरा, उमरिया, परसकोल और टेकारी के रहने वाले हैं। ग्राम परसकोल निवासी कृष्णकांत वर्तमान में रायपुर के पचपेढ़ी नाका से लगे लक्ष्मीनगर में निवासरत है।
मुख्य आरोपित पर पांच केस पहले से दर्ज –
मुख्य आरोपित पूनम ठाकुर आदतन अपराधी है। उसके खिलाफ मंदिर हसौद और आरंग थाने में पांच मामले दर्ज हैं। वर्ष 2019 में हत्या के एक मामले में रायपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वर्ष 2022 में दुष्कर्म के मामले में जेल भेजा गया था। 17 अगस्त को ही वह जमानत पर छूटा था कि फिर वारदात कर दिया। पुलिस ने आरोपितों से लूटा हुआ मोबाइल भी जब्त कर लिया है।